लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में प्रो. जीबी शंखवालकर के जन्मतिथि के उपलक्ष्य में बुद्धवार को मुख स्वच्छता दिवस (जन.जागरण अभियान) एवं प्रो जीबी शंखवालकर पेरियोडॉण्टोलॉजी विभाग द्वारा बुधवार को सेल्वी हॉल में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आशुतोष टंडन मंत्री चिकित्सा शिक्षा एवं प्रावधिक शिक्षा के करकमलों द्वारा किया गया। टंडन ने बताया कि देश में एक तिहाई लोग वर्तमान में टूथ ब्रश का उपयोग नहीं करते हैं। शास्त्र में भी मुख शुद्धी दो बार करने वर्णन किया गया है। आदिकाल से ही मुख को मानव शरीर का महत्वपूर्ण अंग माना गया है, मानव जो अपने मुख से खाता है वह उसके शरीर में प्रवेश करता है स्वस्थ्य शरीर के लिए अपने खान-पान पर नियंत्रण रखना अति आवश्यक है। मुख रोगो के प्रति लोगों को जागरूक करना आवश्यक है।
खान पान को नियंत्रित करना जरूरी
केजीएमयू द्वारा आम जनता को जागरूक करने पर जोर देते हुए कहा गया कि हमें अपने मुख प्रतिदिन दोबारा साफ करना आवश्यक है, हमें अपने खान पान को नियंत्रित करना भी अति आवश्यक है। फास्ट फूड, कोल्डडिंक्स, मैदा से बने उत्पाद, तम्बाकू तथा मदिरा पान का सेवन नहीं करना चाहिए। विश्वविद्यालय भी मुख जागरुकता के लिए सोशल आउटरीच सेल के माध्यम से आम जनमानस को जागरूक करने के लिए अभियान चलाएगा। इस के साथ ही हमें भी व्यक्तिगत रूप से समाज को जागरूक करने का कार्य करना चाहिए।
रोज आते हैं 70-80 मरीज
पेरियोडॉण्टोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नन्दलाल ने बताया गया कि प्रतिदिन लगभग 70-80 मरीज आते हैं जिनके दातों की सफाई एवं मसूड़ों की सर्जरी की जाती है। 2017 से विभाग में लगभग 21000 मरीज उपचार के लिए आये। इसमें से लगभग 14000 मरीजों के दातों की सफाई, लगभग 3500 मरीजों के मसूड़ो की सर्जरी की गयी। लगभग 300 बीपीएल कार्ड धारकों का नि:शुल्क उचार किया गया एवं लगभग 1200 मुख कैंसर से पीडि़त मरीजों के दातों की नि:शुल्क सफाई की गयी। जनवरी 2018 से जुलाई 2018 तक लगभग 8000 मरीजों के दातों की सफाई, लगभग 1500 मरीजों की मसूड़ों की सर्जरी, लगभग 600 मुख कैंसर रोग से ग्रसित मरीजों के दातों की निशुल्क सफाई एवं लगभग 150 बीपीएल कार्ड धारकों मरीजों की दातों की निशुल्क सफाई की गयी। इसके साथ ही कार्यक्रम के समापन के दौरान चिकित्सा विश्वविद्यालय में एक जागरुकता रैली आयोजित की गयी।