लखनऊ। अपने वादे के मुताबिक नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर को एम्स की सौगात दे ही दी। पीएम मोदी द्वारा किसान रैली में लोकार्पण किए जाने के बाद आम लोगों के लिए ओपीडी की सेवाएं शुरू हो गईं। कार्यदायी संस्था लार्सन एंड टूब्रो के मुख्य अभियंता विश्वनाथन अय्यर ने मंत्रोच्चार के बीच ओपीडी सेवा क औपचारिक शुरुवात की। इस दौरान जोधपुर से आए डिप्टी डायरेक्टर एम्स एनके विश्नोई मौजूद थे।
रविवार को कुछ मरीजों का ही पंजीकरण किया जा सका और उन्हें पंजीकरण कार्ड दे दिया गया। यहां उद्घाटन के दिन से पहला मरीज ऑनलाइन कार्ड बनवाया, उसको पहले दिन की ओपीडी से ऑनलाइन पर्चा मिलेगाऔर पहले ही दिन से हर मरीज का डॉक्टर द्वारा ऑनलाइन विजिट भारी जाएगी। सोमवार को मरीजों का जमावड़ा लगा रहा करीब 600 मरीज लाइन में लगे थे।
कार्यदायी संस्था ने नियत समय में आयुष चिकित्सकालय का निर्माण कर एम्स को सौंप दिया। इसके बाद पूर्वांचल का वरदान कहे जाने वाले एम्स ने अपनी सेवाओं का शुभारंभ रविवार से कर दिया। आयुष चिकित्सालय में मरीजों की सुविधा के लिए 30 बेड बनाए गए हैं जहां पर सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टर अपनी सेवाएं देंगे।
इन विभागों के डॉक्टर देंगे ओपीडी में सेवा
औषधि चिकित्सा, शल्य चिकित्सा, स्त्री व प्र्रसूति रोग, बाल चिकित्सा, नाक, कान व गला रोग, नेत्र रोग, दंत रोग, अस्थि रोग, चर्म रोग, मनोरोग। यहां कुल पंजीकरण काउंटर की संख्या 9 है और पंजीकरण का समय सुबह आठ बजे से 11 बजे तक होगा। ओपीडी का समय सुबह 9 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा। रजिस्ट्रेश का शुल्क 20 रुपए है और वैधता एक साल, ओपीडी का शुल्क 10 रुपए और वैधता तीन माह की है।