लखनऊ। जांच को लेकर होम्योपैथिक निदेशक डॉ. वीके विमल पद से हटाए जाने के बाद संविदा शिक्षक खुलकर उनपर लगे आरोपों को निराधार बताया है। शुक्रवार को अन्य पदाधिकारियों के साथ प्रांतीय होम्योपैथिक चिकित्सा शिक्षक महासंघ (संविदा) के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर ने प्रेसवार्ता की।
कही ये बात
प्रेसवार्ता में कहा गया कि जो लोग निदेशक डॉ. वीके विमल पर आरोप लगा रहे हैं वह गलत है और शिकायतें भी गलत हैं। यहां डॉ. नरेंद्र ने उक्त आजमगढ़ के समाजसेवी पर ब्लैकमेल करने का आरोप भी लगाया है। महासंघ के पदाधिकारियों ने करीब सात बिंदुओं पर प्रमुख रूप से चर्चा की। साथ ही यह भी कहा कि संविदा शिक्षकों की भर्ती में कोई गड़बड़ी या भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। क्योंकि भ्रष्टाचार हुआ हो तो साक्षात्कार के बाद पद रिक्त न रह जाते। योग्य लोगों को ही चुना गया है। बताया कि प्रोफेसर के लिए 72 पद निकले थे, लेकिन 33 ही भरे व 39 रिक्त रह गए। ऐसे ही रीडर में 113 में से 42 पद पर चयन हुआ, 71 खाली हैं। प्रवक्ता के 130 में से 125 भरे, पांच रिक्त रह गए।