डेस्क। यूं तो सभी सूखे मेवों का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है, पर उनमें से भी अखरोट को सर्वोच्च माना जाता है। अगर उसे अपनी रोजमर्रा की डाइट में शामिल किया जाए तो वह हर किसी के लिए लाभदायक रहता है। स्वाद में फीका होने के बावजूद उसे खाने की अनेक ऐसी वजहें हैं, जिन्हें नकारा नहीं जा सकता है। अखरोट को मेवों का राजा कहा जाना हरगिज गलत नहीं होगा, क्योंकि उसमें खासियत ही इतनी है। बाकी मेवों की तुलना में अखरोट खाने की सलाह सर्वाधिक दी जाती है।
यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा और रक्तचाप को नियंत्रित रखता है। डायबिटीज के मरीजों को रोज अखरोट खाने की सलाह दी जाती है।
इसमें मौजूद अल्फा लिनोलेनिक एसिड शरीर में खून के थक्के को जमने से रोकता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम हो जाता है। जिन्हें किसी भी प्रकार की हृदय संबंधी समस्या होए उनके लिए यह बेहद फायदेमंद है।
कैंसर रोगियों के लिए भी यह किसी वरदान से कम नहीं है। किसी भी तरह की क्रॉनिक डिजीज होने पर मरीज को अखरोट का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।
अखरोट में प्रोटीन, विटमिन और खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। उनके अलावा यह फैट का भी बहुत अच्छा सोर्स होता है। इसमें ओमेगा-3 व ओमेगा-6 फैटी एसिड काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
इसमें मौजूद विटमिन बी एवं फोलेट्स याद्दाश्त को दुरुस्त रखने में सहायक होते हैं। इसके नियमित सेवन से दिमाग भी तेज होता है। इसलिए इसे ब्रेन फूड के नाम से भी जाना जाता है।
यह उन लोगों के लिए भी बहुत हितकर है, जिनका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ हो। अखरोट कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रण में रखता है।
अखरोट माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स का बेहद अच्छा सोर्स है। इसमें जिंक व मैग्नीशियम काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
अखरोट का तेल बालों की सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है। यह बालों को मजबूत करके उन्हें झडऩे से रोकता है।