लखनऊ। केजीएमयू में मंगलवार को कलाम सेंटर में नेशनल फूड डे पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बताया गया कि जंक फूड और फास्ट फूड के बारे में लोगों को जानकारी दी गई।
जंक फूड और फास्ट फूड हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है। खाने पीने की इन चीजों के जरिए शरीर में जरूरत से तीन गुना ज्यादा नमक पहुंच रहा है। उक्त बातें केजीएमयू फिजियोलॉजी विभाग के डॉ. नरसिंह वर्मा ने दी है।
रोजाना तीन ग्राम नमक
ज्यादा नमक सेहत के लिए नुकसानदायक है। यह तो सभी जानते हैं कि लंबे समय तक फास्ट-फूड के सेवन से दिल की गंभीर बीमारी का खतरा पैदा होता है। वहीं ब्लड प्रेशर भी बिगड़ जाता है। डॉ. नरसिंह वर्मा ने कहा कि सेहत के लिए रोजाना तीन ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए। फास्ट फूड को लजीज बनाने के लिए अधिक नमक मिर्चा मिलाया जाता है। इससे हमारे शरीर में जरूरत से ज्यादा नमक पहुंच रहा है। खासतौर पर खाने में अलग से नमक लेने से बचें।
बदल-बदल कर तेल व घी का सेवन
डॉ. नरसिंह वर्मा ने बताया कि सेहत के लिए जरूरी बहुत से फैटी एसिड शरीर नहीं बना पाता है जो कि तेल और देशी घी से मिलता है। इसमें जरूरी ओमेगा थ्री पाया जाता है। जो कि शरीर में विटामिन को एक से दूसरे अंग तक ले जाता है। विटामिन डी और हार्मोन बनाता है। नसों पर झिल्ली की परत बनाता है। इसके साथ-साथ ओमेगा छह, ओमेगा नौ व ओमेगा 12 की जरूरत भी शरीर को पड़ती है।
उन्होंने बताया कि अच्छी सेहत के लिए संतुलित मात्रा में तेल घी खाएं। अच्छा होगा बदल-बदल कर तेल व घी का सेवन करें। मसलन कभी सरसों के तेल में खाना बनाएं तो कभी देशी घी में। अलसी व सूरज मुंखी के तेल में भी खाना बनाना चाहिए। इससे सभी तरह के जरूरी फैटी एसिड का निर्माण होता है।
ये है नुकसान
एक ही तेल में कई बार खाना बनाना नुकसानदेह है। क्योंकि तेल जल जाता है। इससे ऑक्साइड बनने लगता है जो कैंसर की वजह बन सकता है। खराब कोलेस्ट्राल भी बनाता है। केजीएमयू में मेडिसिन विभाग के डॉ. कौसर उस्मान ने डायबिटीज मरीजों को खाने पर खास ध्यान देने की जरूरत है। ज्यादा खाना खाने से बचें। थोड़ा-थोड़ा खाना कई बार खा सकते हैं।
ये खाएं
हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं, मौसमी फल, जूस के बजाए फल खाएं, सत्तू, चना, गुड खाएं, चाय कॉफी का सेवन कम से कम करें, सिगरेट, शराब व पान मसाल से तौबा करें।