लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में धोखाधड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है। यहां नौकरी का झांसा देकर एक युवक ने पांच लाख रुपए एैंठ लिए। कोई नौकरी ना लगने पर पीडि़त ने वजीरगंज कोतवाली में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस जांच में जुट गई है।
यह है मामला
त्रिवेणी नगर तृतीय निवासी केके पाल के साथ ही बीएससी पास उनका भतीजा रंजीत रहता है। रंजीत को नौकरी की तलाश है। रंजीत की मुलाकात मडिय़ांव श्याम विहार कॉलोनी निवासी रघुवंश भूषण से हुई। बातचीत के दौरान रघुवंश ने बताया कि उसकी बेटी प्रिया द्विवेदी बलरामपुर अस्पताल के एक्सरे विभाग में तैनात है।
रघुवंश ने कहा कि तुम बीएससी पास हो आसानी से एक्सरे विभाग में नौकरी मिल जाएगी। यह बात सुनकर रंजीत तैयार हो गया। शिकार को फंसते देख रघुवंश ने पांच लाख रुपए की मांग कर दी। रघुवंश ने बताया कि प्रिया के साथ ही उसकी पत्नी बलरामपुर में स्टॉफ नर्स है साथ ही दामाद भी नौकरी करता है। इन लोगों के चलते तुम्हारा इंटरव्यू नहीं होगा। बस रुपए देते ही तुम्हें ज्वाइनिंग लेटर मिल जाएगा।
आरोपितों की तलाश जारी
केके पाल ने भतीजे से धोखाधड़ी करने वाले रघुवंश से मुलाकात कर उन पर रुपए लौटने का दबाव बनाया। काफी प्रयास के बाद रघुवंश रुपए लौटाने को तैयार हो गया। उसने दो चेक दिए जो बाउंस हो गए। केके पाल ने दोबारा से सम्पर्क किया तो रघुवंश व उसकी बेटी ने समझौते की बात कहते हुए नगद रुपए लौटाने की बात कही लेकिन बाद में मुकर गए। इंस्पेक्टर वजीरगंज पंकज कुमार सिंह ने बताया कि केके पाल की तरफ से रघुवंश व प्रिया द्विवेदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि आरोपितों की तलाश की जा रही है। इसके साथ ही बलरामपुर अस्पताल में भी छानबीन की जाएगी।