लखनऊ। आपातकालीन परिस्थितियों में घायलों, मरीजों को तत्काल बेहतर उपचार मुहैया होगी। इसके लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राष्ट्रीय आकस्मिक रक्षक कौशल विकास केन्द्र की स्थापना का फैसला लिया है। यह केंद्र उत्तर प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेज, कानपुर, झांसी, मेरठ, तथा गोरखपुर में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए 5.30 करोड़ रुपये की राशि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा स्वीकृत की गयी है।
एमओयू हस्ताक्षरित
प्रमुख सचिव चिकित्सा, शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे ने बताया कि इसके अन्तर्गत चिकित्सकों, नर्सिंग व पैरा मेडिकल स्टाफ को आकस्मिक चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य के राजकीय मेडिकल कालेजों झांसी, कानपुर, मेरठ तथा गोरखपुर में राष्ट्रीय आकस्मिक जीवन रक्षक कौशल केन्द्र की स्थापना के लिए एमओयू हस्ताक्षरित हो चुका है।
इलाहाबाद तथा आगरा में तैयारी
प्रमुख सचिव ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने अब तक राजकीय मेडिकल कालेज, झांसी, कानपुर तथा गोरखपुर में कौशल विकास केन्द्र की स्थापना के लिए 140.00 लाख रुपए तथा राजकीय मेडिकल कालेज मेरठ के लिए 110.00 लाख रुपए की राशि मंजूर की है। उन्होंने बताया कि इलाहाबाद तथा आगरा में भी इस प्रकार के कौशल विकास केन्द्र जल्द ही स्वीकृत होने की उम्मीद है।