लखनऊ। प्रदेश के 53 जिलों में संचालित एमएमयू ने 6 माह से भी कम समय में 6 लाख सत्तर हजार छह सौ लोगों तक निशुल्क इलाज पंहुचाया, जिनमें से 86 हजार दो सौ तैंतीस लोगों के लैब टेस्ट किये जा चुके हैं। एमएमयू द्वारा सीएचसी व पीएचसी से दूरी पर स्थित गांव तथा सुदूर इलाके में ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार, संक्रामक रोगों की स्क्रीनिंग, बेसिक लैब टेस्ट, शुगर व ईसीजी समेत अन्य जांचों की सुविधा बिल्कुल निशुल्क उपलब्ध करायी जा रही हैं।
इलाज का विवरण ऑनलाइन फीड
एमएमयू पर इलाज कराने आये ग्रामीणों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों को दरवाजे पर मिल रही इस स्वास्थ्य सुविधा को मोबाइल एप के माध्यम से आसानी से नियंत्रित किया जा रहा है, साथ ही प्रत्येक एमएमयू को दो लैपटाप एलाट किये गए है जिसमें मरीज को एमएमयू पर मौजूद चिकित्सक द्वारा दिए गए इलाज का विवरण तुरन्त ऑनलाइन फीड कर दिया जाता है।
ग्रामीणों को दरवाजे पर आसानी से इलाज उपलब्ध
प्रदेश में राष्ट्रीय सचल स्वास्थ्य इकाई का संचालन कर रही संस्था के.एच.जी हेल्थ सर्विसेस के सी.ई ओ जितेन्द्र वालिया ने बताया कि ग्रामीणों को दरवाजे पर आसानी से इलाज उपलब्ध कराने में मोबाइल एप्लिकेशन भी बखूबी अपनी भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी द्धारा निर्धारित रुट प्लान के आधार पर ही एमएमयू का संचालन होता है। एमएमयू में लगे उच्च तकनीक वाले जीपीएस व अन्य यंत्र हमारी मोबाइल एप्लिकेशन से 24*7 कनेक्ट रहते है।
एप द्वारा एमएमयू की लोकेशन का चलता है पता
संस्थान के गोमती नगर, लखनऊ स्थित मुख्यालय से एप द्वारा एमएमयू की लोकेशन, स्पीडोमीटर, इंजन (आन -ऑफ), किलोमीटर रीडिंग, फ्यूल मीटर आदि पर नियंत्रण रखना आसान हो गया है। उन्होंने ने बताया कि विभिन्न जिलों में तैनात हमारे जिला सुपरवाइजरों के मोबाइल पर भी उक्त एप्लीकेशन इंस्टाल कर दी गयी है जिससे प्रत्येक सुपरवाइजऱ अपने अंतर्गत आने वाली एमएमयू की डिटेल भी देख सकते है।
मरीजों का डाटा भी ऑनलाइन
एमएमयू पर आये मरीज के इलाज की शुरुआत से लेकर हुए उसके लैब टेस्ट तथा दी गयी दवा का विवरण भी तत्काल ऑनलाइन हो जाता है। सर्वप्रथम मरीज का ऑनलाइन पंजीकरण होने के बाद एमएमयू पर मौजूद चिकित्सक मरीज की जाँच करता है चिकित्सक की सलाह पर तत्काल मरीज का लैबटेस्ट किया जाता है कुछ ही मिनटों में रिपोर्ट चिकित्सक को उपलब्ध करा दी जाती है फिर चिकित्स्क के परामर्श पर मरीज को एमएमयू में ही दवा उपलब्ध करा दी जाती है ये पूरी प्रकिया लैपटॉप द्वारा ऑनलाइन होती है जिसको संस्थान के मुख्यालय द्वारा किसी भी समय देखा जा सकता है। उक्त जानकारी संस्था के मीडिया हेड आनन्द दीक्षित द्वारा जारी की गयी।