लखनऊ। नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन एसजीपीजीआई की ओर से 8 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार और संस्थान प्रबंधन को पत्र सौंपा है। पत्र में 15 दिन में मांगों को पूरा करने का समय दिया गया था। बताया गया है कि यह पत्र ऐसोसिएशन की ओर से 30 मई को जारी किया गया था। लेकिन अभी तक मांगों को पूरा नहीं किया गया है।
इस तरह करेंगे आंदोलन
मांग पूरा न होने की स्थिति में एसोसिएशन ने आंदोलन तेज कर दिया है। नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन के महामंत्री सुजान सिंह ने बताया कि 14 जून से पांच दिन तक काली पट्टी बांधकर काम किया जाएगा। उसके बाद विशाल धरना दिया जाएगा। धरना देने के अगले दिन विरोध में कैंडल मार्च निकाला जाएगा। यह कैंडल मार्च प्रशासनिक भवन से लेकर मेन गेट तक निकाला जाएगा। विरोध के रूप में यह कैंडल मार्च एक सप्ताह तक किया जाएगा। इसके बाद एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा शुक्ला तीन दिन तक भूख हड़ताल करेंगी।
ये हैं प्रमुख मांगे
1. सातवें वेतनमान का एलाउंस का भुगतान तत्काल किया जाए जैसा कि एम्स में 6 माह पहले ही दिया जा चुका है।
2. नर्सेस के जा भी पद खाली हैं उन्हें तत्काल भरा जाए।
3. नर्सेस का पदनाम और कैडर रिस्ट्रिक्चरिंग जल्द से जल्द किया जाए।
4. हाई डिग्री एलाउंसेस का भुगतान किया जाए।
5. स्पेशल एरिया एलाउंस कुल नर्सेस की संख्या का 35 फीसदी नर्सेस को दिया जाए तथा इस भत्ते को वेतन पर्ची में जोड़ा जाए।
6. सातवें वेतन आयोग में जिन नर्सिंग कर्मियों का इंक्रीमेंट पहले से गड़बड़ है और कई बैचेस इसमें शामिल हैं और प्रशासन की तरफ से शासन को कई पत्राचार किए गए है, जिनका जवाब प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द कराया जाए। नर्सिंग कर्मियों को वेतन का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
7. ठेकेदारी प्रथा से जो भी संवर्ग संस्थान में काम कर रहा है उनको नियमित स्टाफ की तरह समान योग्यता, समान कार्य पर समान वेतन का भुगतान किया जाए। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने पहले आदेश दे दिया है।
8. ओपीडी में स्टाफ के लिए अलग लाइन की व्यवस्था और अलग वार्ड और वेंटीलेटर की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही स्टाफ वीआईपी सेल भी बनाई जाए।