लखनऊ। केजीएमयू के सेल्बी हॉल में बुधवार को एमडीआरटीबी से पीडि़त लोगों के लिए बिडाकुलीन दवा का शुभारंभ किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री एमडीआरटीबी (मल्टी डंग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस) के एक रोगी को बिडाकुलीन की प्रथम खुराक दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस बीमारी से करीब 3 लाख मरीज चिन्हित हैं। उन्होंने कहा कि इस दवा का सेवन लगातार करना है नहीं मरीज की जान पर आफत आ सकती है।
क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम को पूरा समर्थन
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम को पूरा समर्थन एवं सहयोग दिया जाएगा। इस दौरान किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट ने कहा कि क्षय रोग नियंत्रण के लिए केजीएमयू क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम को पूरा समर्थन देगा।
पूरे प्रदेश में होगा दवा का विस्तार
उत्तर प्रदेश क्षय रोग नियंत्रण टास्क फोर्स के चेयरमैन एवं रेस्पीरेटी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि प्रधानमंत्री ने 2025 तक टीबी मुक्त भारत की घोषण की है। नवीन टीबी नोटिफिकेशन, नि:क्षय पोषण योजना के अंतर्गत प्रत्येक टीबी के मरीज को 500 रूपए प्रतिमाह की दर से पोषण भत्ता तथा टीबी के रोगियों की सक्रिय खोज जैसी योजनाएं प्रारम्भ की गई हैं।
डॉ. सूर्यकांत ने कहा कि विश्व के 27 प्रतिशत टीबी के मरीज भारत में रहते हैं। देश के लगभग 25 प्रतिशत डंग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस के मरीज उत्तर प्रदेश में हैं। वहीं 16,500 डंग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस मरीजों का उपचार चल रहा है, जिसमें से 900 मरीज एक्सडीआर के हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ के बाद जल्द ही बिडाकुलीन दवा का विस्तार पूरे उत्तर प्रदेश में किया जाएगा।
हरसंभव मदद की जाएगी
इस अवसर पर स्टेट टीबी अफसर डॉ. संतोष गुप्ता ने कहा कि केजीएमयू में आने वाले सभी मरीजों को उत्तर प्रदेश क्षय रोग नियंत्रण इकाई द्वारा नियमित दवा के साथ हरसंभव मदद की जाएगी। इस कार्यक्रम में शामिल केजीएमयू के पूर्व छात्र और विधायक डॉ. हरेन्द्र प्रताप सिंह ने भी अपनेे विचार व्यक्त किए।
ये थे मौजूद
कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएनशंखवार, कम्यूनिटी मेडिसन विभाग के डॉ. एसके संह, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. बीके सिंह, रेस्पेरेटरी मेडिसन विभाग के प्रोफेसर आरएस कुशवाहा, प्रोफेसर राजीव गर्ग, डॉ. अजय कुमार वर्मा, डॉ. आनन्द श्रीवास्तव, डॉ. दर्शन बजाज, पोलमोनरी एवं क्रिटिकल केयर विभाग के डॉ. वेद प्रकाश, डॉ. उमेश त्रिपाठी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।