लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के क्वीन मेरी अस्पताल में एमएस दूसरे वर्ष की पढ़ाई कर रही जूनियर रेजीडेंट डॉ. मनीषा शर्मा की इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया गया है कि सीनियर डॉक्टर उधम सिंह से परेशान होकर बीते शनिवार देर रात को आत्महत्या का प्रयास किया था। डाक्टरों के मुताबिक उसने बेहोशी के लिए दी जाने वाली दवा वेक्यूरेनियम के इंजेक्शन की हाई डोज लगा ली।
बड़ी बहन को बताया था
पीडि़ता ट्रॉमा सेंटर की वेंटीलेटर यूनिट में वह जिंदगी और मौत के बीच जूझते हुए सोमवार को दोपहर दो बजे मौत हो गई। केजीएमयू के प्रॉक्टर अधिकारी रामअवध सिंह कुशवाहा ने बताया कि उधम सिंह और डॉ. मनीषा के पिता रमेश चंद्र विद्यार्थी बीच हुई बातचीत के दौरान पता चला कि लगभग तीन महीने से जान पहचान है हालांकि कुछ गलत फहमियां हो गई थी जिसके चलते बात शादी करने तक पहुंच गई। इस दौरान इंजेक्शन लेने के एक दिन पहले यह बात डॉ. मनीषा शर्मा ने अपनी बड़ी बहन दीपा शर्मा को बताया था।
वजीरगंज थाने में मुकदमा
उसकी बड़ी बहन दीपा शर्मा की ओर से वजीरगंज थाने में सीनियर डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। केजीएमयू प्रशासन ने बताया कि डॉ. मनीषा बुद्धा हास्टल के कमरा नंबर 309 में रहती थी। उसका कमरा सील कर दिया गया है। मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया है। अब उसे पुलिस टीम की निगरानी में ही खोला जाएगा।
उत्पीडऩ करने व आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा
जानकारी के मुताबिक, केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल की डॉ. मनीषा शर्मा की बड़ी बहन दीपा शर्मा की ओर से जो तहरीर दी गई है। उसमें यूरो सर्जरी विभाग के सीनियर रेजीडेंट डॉ. उधम सिंह के खिलाफ उत्पीडऩ करने व आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज करवाया है।
बड़ी बहन दीपा शर्मा का कहना है कि खुद डॉक्टर उधम सिंह ने मोबाइल फोन पर सूचना दी थी कि उससे कहासुनी के बाद डॉ. मनीषा शर्मा ने सुसाइड करने के लिए वेक्यूरेनियम नाम की दवा के इंजेक्शन की हाई डोज लगा ली। डॉ. मनीषा की बड़ी बहन के अनुसार डॉ. उधम सिंह से मोबाइल फोन पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग भी उसके पास है। हालांकि उसकी बड़ी बहन दीपा शर्मा को सरकार से अब न्याय की उम्मीद है।
जल्द होगी पूछताछ
इंस्पेक्टर वजीरगंज पंकज सिंह का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। जल्द डॉक्टर उधम सिंह से भी पूछताछ होगी। परिजनों के मुताबिक जिला कानपुर के मोहल्ला शिवनगर के रहने वाले रमेश चंद्र विद्यार्थी की सबसे छोटी बेटी डॉ. मनीषा शर्मा केजीएमयू के क्वीनमेरी अस्पताल में एमएस कोर्स की छात्रा है और वह जूनियर रेजीडेंट भी है। शनिवार की रात करीब आठ बजे इसने बुद्धा हास्टल में अपने कमरे में इंजेक्शन की हाई डोज लगा लगाकर सुसाइड की कोशिश की थी।
जानकारी होने पर परिवार सदमे में आ गया
डॉ मनीषा शर्मा के पिता रमेश चंद्र विद्यार्थी का कहना है कि उनकी बहुत ही होनहार बिटिया थी, कभी सोचा नहीं था ऐसा करेगी। घटना के बाद सीनियर डॉ. उधम सिंह ने फोन कर खुद से कहासुनी होने पर ऐसा कदम उठाने की जानकारी दी तो परिवारीजन सदमे में आ गए। पिता रमेश चंद्र विद्यार्थी और बड़ी बहन दीपा शर्मा बदहवास थे। पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी डॉ. मनीषा शर्मा ही परिवार की सबसे बड़ी उम्मीद है। यह तीन बहन व दो भाई है। पिता रमेशचन्द्र विद्यार्थी लेसा विभाग के रिटार्ड कर्मचारी हैं।