लखनऊ। केजीएमयू में एक बार फिर लापरवाही के चलते मरीज की मौत का मामला सामने आया है। इस बार लापरवाही की भेंट एक महिला चढ़ी है। महिला सड़क हादसे में घायल हो गई थी। महिला तीन घंटे तक कैजुल्टी में स्ट्रेचर पर तड़पती रही लेकिन इलाज नहीं मिल सका, आखिर में उसने दम तोड़ दिया। मौत के बाद तीमारदारों ने आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने बिना सीटी स्कैन के इलाज शुरू नहीं किया। जबकि तीमारदार तीन घंटे तक सीटी स्कैन के लिए लाइन में लगे रहे।
शिकायत करें तो होगी कार्रवाई
मौत की सूचना तीमारदारों को लगते ही ट्रामा में हंगामा शुरू कर दिया। मालूूम हो कि रायबरेली के अमवां निवासी नासिर की पत्नी नसरीन (30) शनिवार को बाइक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गईं थी। इस मामले की शिकायत तीमारदार नासिर ने कुलपति से करने की कही है। वहीं इस मामले में केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि अति गंभीर मरीजों का सीटी स्कैन प्राथमिकता पर किया जाता है। यदि तीमारदार शिकायत करें तो मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
नहीं हे पाया सीटी स्कैन
सड़क हादसे में घायल महिला को जिला अस्पताल से रविवार सुबह केजीएमयू के लिए रेफर कर दिया गया। घायल नसरीन को ट्रामा के कैजुल्टी लाया गया। यहां डॉक्टरों ने मरीज का पर्चा बनाने को कहा और जांचें लिख दीं। डॉक्टरों ने कहा कि इतना होने के बाद इलाज शुरू करेंगे। पीडि़त परिजन नासिर ने बताया कि सीटी स्कैन जांच कराने पहुंचा था, वहां पर लम्बी कतार लगी हुई थी और भीड़ के चलते तीन घंटे लग गए। जबकि डॉक्टरों से जल्द सीटी स्कैन करवाने की गुहार लगा रहा था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। दोपहर करीब दो बजे नसरीन ने स्ट्रेचर पर ही दम तोड़ दिया।
इसके पहले बच्चे की मौत
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही ट्रॉमा सेंटर में शनिवार को इलाज में लापरवाही के चलते एक बच्चे की मौत हो गई थी। अमेठी निवासी पवन के नवजात बच्चे को घंटों इलाज नहीं मिला और वहां के स्टाफ ने उसका ऑक्सीजन मास्क हटाकर टॉमा के चौथे तल पर भेज दिया। ऑक्सीजन सपोर्ट हटते ही बच्चे की मौत हो गई।