लखनऊ। बुधवार देर शाम प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे से केजीएमयू के कर्मचारी परिषद के लोगों ने मुलाकात की। इसमें दो विषयों पर प्रमुख सचिव से चर्चा की गई। प्रमुख सचिव को सातवें वेतन के भत्ते को लेकर अवगत कराया गया। इस पर उन्होंने कहा कि सातवें वेतन भत्ते की प्रक्रिया शासनादेश आचार सहिंता के बाद किया जायेगा और सभी लोगों को 1 जुलाई 2017 से ही लाभ मिलेगा। यह जानकारी कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह ने दी है।
एक सप्ताह में भेजा जाएगा
अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि चर्चा के दौरान संवर्गीय पुनर्गठन के बारे में भी बताया गया। इस पर प्रमुख सचिव ने स्वयं अवगत कराया कि सर्वप्रथम जो कैडर केजीएमयू, पीजीआई में मौजूद है, उनको शासन के वित्त विभाग एक सप्ताह में भेज दिया जाएगा। उसके बाद जो पीजीआई में नहीं हैं, एम्स में मौजूद हैं, उनको वित्त विभाग भेजा जायेगा। उसके बाद शेष बचे कैडर के निस्तारण के लिए प्रक्रिया शुरु होगी और वित्त की सहमति मिलते ही प्रक्रिया निर्धारित होगी।