गोरखपुर। जिलेवासियों को एम्स मिलने के बाद राहत की सांस ली है। यहां पर मरीजों को इलाज ही नहीं यहां से डॉक्टर भी निकलेंगे। क्योंकि एम्स में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने को लेकर कवायद तेज हो गई है। पढ़ाई शुरू करने के लिए हाईट्स और कार्यदायी संस्था एलएंडटी तय समय से पहले ओपीडी और अस्पताल का निर्माण पूरा कर देंगे।
पहला बैच 50 छात्रों का
अगस्त से एम्स परिसर में ही एमबीबीएस की क्लास चलेगी। पहले चर्चा थी कि भवन निर्माण पूरा न होने पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में क्लास शुरू हो सकती है। 112 एकड़ में बन रहे एम्स में फरवरी के अंतिम हफ्ते में ओपीडी शुरू हो गई। एम्स प्रशासन ने इसी सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई भी शुरू करने का फैसला किया है। पहला बैच 50 छात्रों का होगा।
25 व 26 को प्रवेश परीक्षा
एम्स प्रशासन ने प्रवेश के लिए जनवरी महीने में नोटिफिकेशन जारी किया था। आवेदकों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुका है। मई के अंतिम हफ्ते में 25 व 26 को प्रवेश परीक्षा होगी। प्रवेश परीक्षा के बाद काउंसलिंग होगी। छात्रों के प्रवेश से पूर्व एम्स प्रशासन एनॉटमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री और सोशल व प्रिवेंटिव मेडिसिन के शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। पहले साल से ही छात्रों की पढ़ाई एम्स में होगी। सूत्रों के अनुसार इसके लिए हाईट्स के साथ एम्स के अधिकारियों की चार बार बैठक हो चुकी है।
एम्स जोधपुर कर रहा है मॉनिटरिंग
शासन ने गोरखपुर में बन रहे एम्स के निर्माण, ओपीडी संचालन, एमबीबीएस प्रवेश, शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति के लिए राजस्थान के जोधपुर में संचालित हो रहे एम्स के निदेशक डॉ. संजीव मिश्र को जिम्मेदारी सौंपी है। एम्स जोधपुर से ही निगरानी की जा रही है।
जून में मुख्य ओपीडी भवन को सौंपने की सहमति
एम्स में क्लास संचालित करने के लिए एम्स प्रशासन को मुख्य ओपीडी भवन और हॉस्पिटल की दरकार है। फौरी तौर पर आयुष विंग के भवन में ओपीडी का संचालन हो रहा है। हाईट्स व एलएंडटी के अधिकारियों ने जून में मुख्य ओपीडी भवन को सौंपने की सहमति दे दी है। इस भवन का 95 फीसदी निर्माण पूरा हो गया है। फिनिशिंग का काम चल रहा है। मुख्य अस्पताल के भवन को भी हाईट्य ने सितंबर के अंतिम हफ्ते में सौंपने का लक्ष्य रखा है। पहले इसे नवंबर के अंतिम हफ्ते में सौंपना था।