लखनऊ। लखनऊ पिछले 4-5 दिनों में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ चलाए गए अभियान में कई डॉक्टरों के अस्पताल बंद करने के साथ ही कईयों को वेरिफिकेशन नोटिस जारी हुआ था। लेकिन सप्ताह बीतने को है कार्यवाही तो दूर की बात झोलाछाप अस्पताल फिर से खुलने लगे। रुसेना,रहीमाबाद, कसमण्डी कला गांव मे सीएचसी अधीक्षक ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाया था।
इन्होंने की थी छापेमारी
बीते रविवार को क्षेत्र मे झोला छाप डॉक्टरों के अस्पताल संचालित होने की शिकायत पर छापेमारी हुई लेकिन वह भी बेसर साबित हुई। इसी को लेकर स्वास्थ विभाग ने क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ छापेमारी अभियान के दूसरे दिन सीएचसी केन्द्र के प्रभारी अवधेश कुमार के नेतृत्व मे एक टीम ने अजय कुमार, ओमप्रकाश तथा रेलवे क्रासिंग रहीमाबाद में पाल चिकित्सालय पहुंची और मौजूद झोलाछाप डॉक्टरों से डिग्री व कागज़ात मांगे।
निरंतर मरीजो का उपचार
मौके पर कोई कागजात न मिलने के कारण इन झोला छाप डॉक्टरों को तीन दिनों के अंदर अपने डिग्री व अन्य कागज़ात सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मलिहाबाद पर दिखाये जाने की बात कही थी। लेकिन यह अस्पताल निरंतर मरीजो का उपचार कर रहे है। जबकि रहीमाबाद, ससपन, जौरिया, कैथुलिया, दौलतपुर सहित कई गावों मे झोलाछाप डॉक्टर अपने अस्पताल संचालित कर रहे है। जबकि झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से कई लोगों की जाने जा चुकी है।