लखनऊ। क्वीनमेरी में पिछले हफ्ते गायब हुई महिला का पता चलने पर प्रसूता विभाग में कई लापरवाहियों और मरीजों पर अमानवीय बर्ताव करने की बात का खुलासा हुआ है। उसने अपने परिजनों को बताया कि उन्हें इतने दिन विभाग के कक्ष बंद करके रखा गया था। उसे खाना-पानी भी नहीं दिया गया। महिला 21 अगस्त की सुबह विभाग से अचानक गायब हो गई थी।
अंधेरे कमरे में किया बंद
महिला का कहना है कि भर्ती होने के बाद वार्ड बॉय उन्हें वार्ड की सफाई करने के बहाने वार्ड से बाहर ले आए और विभाग के किसी अंधेरे कमरे में उन्हें बंद कर दिया। महिला के देवर आकाश ने बताया कि रविवार को उनके पास पुलिस की ओर से सूचना मिली कि मरीज मिल गई है और घर पहुंच रही हैं, उस वक्त परिजनों ने अनुमान लगाया कि पुलिस ने महिला को ढूंढा है पर महिला ने इस बात की पुष्टि दी की विभाग के सुरक्षा गार्ड ने उन्हें रायबरेली में स्थित उनके घर से दो किलोमीटर दूर छोड़ा व पचास रुपए देकर भाग गया।
पति ने बताया क्या है रिपोर्ट में
महिला के पति रंजीत का कहना है कि पुलिस को विभाग की ओर से जो रिपोर्ट दी गई है उसमें लिखा है कि गर्भपात होने के कारण मरीज दुखी थी और अपनी मर्जी से विभाग से चली गई। रंजीत ने बताया कि पुलिस शुरूआत से ही मामले में लापरवाही दिखा रही ह केस को विभाग द्वारा दी गई रिर्पोट के आधार पर बंद कर दिया गया था पर हमने फिर से केस खोलकर जांच करने के लिए अर्जी दी है। हम विभाग का सीसीटीवी फुटेज देखना चाहते हैं जिससे इस बात की पुष्टि हो जाएगी कि मरीज अपनी इच्छा से विभाग से नहीं गया बल्कि उसके साथ अमानवीय बर्ताव किया गया है। इस घटना की जानकारी जब विभाग के अधिकारियों ने मांगी गई तो उन्होंने जानकारी देने से इंकार कर दिया है।