लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में गुरुवार को डॉक्टरों की लापरवाही से एक किडनी मरीज की मौत का मामला सामने आया है। तीमारदारों के मुताबिक मरीज को देखने डॉक्टर समय पर नहीं आए जबकि इमरजेंसी काल करके कई बार बुलाया गया। मरीज को बुधवार को अस्पताल में भर्ती किया गया था। मरीज की मौत के बाद परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों की लापरवाही की शिकायत मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों ने करेंगे। कुछ दिन पहले ही केजीएमयू में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक मरीज की मौत हो गई थी।
सुबह 10 बजे तक न कोई डॉक्टर नहीं आया
बाराबंकी के दानपुरवा निवासी बृजराज (48) की किडनी में खराबी थी। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। बुधवार दोपहर को बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में मरीज को भर्ती कराया गया था। देर रात इमरजेंसी वार्ड से डॉक्टरों ने बृजराज को सुपर स्पेशियलिटी वार्ड स्थित आईसीयू में भर्ती कर दिया गया। विशेषज्ञ परिवारीजन प्रमोद का आरोप है कि आईसीयू में मरीज के रात में पहुंचते ही उसे ऑक्सीजन लगा दिया गया। उसके बाद से गुरुवार सुबह 10 बजे तक न कोई डॉक्टर आया और न ही इलाज शुरू किया गया। जबकि रात में भी बृजरात की हालत बिगड़ी और गुरुवार सुबह भी हालत खराब होने पर स्टाफ द्वारा इमरजेंसी से किडनी के डॉक्टर को बुलाया गया लेकिन कोई नहीं पहुंचा।
निदेशक ने कही ये बात
तीमारदारों का आरोप है कि गुरुवार दोपहर करीब एक बजे बृजराज की हालत और बिगडऩे लगी। कई बार डॉक्टर को कॉल करने पर कोई डॉक्टर नहीं आया। आखिरकार मरीज ने दम तोड़ दिया। वहीं इस मामले पर अस्पताल के निदेशक राजीव लोचन का कहना है कि आईसीयू में हमेशा डॉक्टर मौजूद रहते हैं। ऐसा हो सकता है कि जिस दवा की जरूरत रही हो वह दवा उस समय ना मिली हो।