लखनऊ। मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्रदेश के उपस्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में स्थापित करने का निर्णय सरकार ने किया है। इसी क्रम में इन केंद्रों पर एएनएम संग जीएनएम की तैनाती की जा रही है। इसके लिए लिए बलरामपुर अस्पताल में जल्द ही इग्नू का प्रोग्राम स्टडी सेंटर शुरू किया जाएगा।
मिशन निदेशक ने भेजा है पत्र
यहां जीएनएम कोर्स करके आने वाले छात्रों को छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स कराया जाएगा। बलरामपुर अस्पताल में इग्नू का सेंटर बनाए जाने के लिए मिशन निदेशक पंकज कुमार ने करीब हफ्ते भर पहले पत्र भेजा था। बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने कहा है कि अस्पताल में इग्नू सेंटर शुरू कराने के लिए कमेटी बन गई है। इग्नू को मान्यता के लिए आवेदन भी हो चुका है, जल्द ही यहां पर नया सेंटर शुरू होगा।
60-60 सीटों के दो बैच
सेंटर शुरू करने के लिए कमेटी बन गई है। अस्पताल प्रशासन ने सेंटर खोलने के लिए आवेदन भी कर दिया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इग्नू से अनुमति मिलते ही यहां पर सर्टिफिकेट कोर्स शुरू हो जाएंगे। इसमें 60-60 सीटों के दो बैच होंगे। प्रदेश सरकार ने सभी उप स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया है। इन केंद्रों पर एएनएम संग जीएनएम की तैनाती की जा रही है। इसे देखते हुए जिला अस्पतालों में जीएनएम को छह-छह माह का सार्टिफिकेट इन कम्युनिटी हेल्थ फॉर नर्सेज प्रशिक्षण कराया जाएगा। यह प्रशिक्षण इग्नू के जरिए होगा।
चयनित होने पर दिया जाएगा छह माह का प्रशिक्षण
मिशन निदेशक पंकज कुमार के मुताबिक, सार्टिफिकेट इन कम्युनिटी हेल्थ फॉर नर्सेज कोर्स संचालन में सरकारी संग निजी डॉक्टरों का भी सहयोग लिया जाएगा। इसका भुगतान एनएचम के जरिए निजी डॉक्टरों को होगा। बलरामपुर अस्पताल में शुरू होने वाले इग्नू स्टडी सेंटर में बीएसएसी नर्सिंग, जीएनएम व आयुर्वेद की डिग्री लेने वाले डॉक्टर भी छह-छह माह का प्रशिक्षण कोर्स कर सकेंगे। अफसरों का कहना है कि बीएसएसी नर्सिंग व जीएनएम पास होने बाद एक परीक्षा से छात्रों को गुजरना होगा। इसमें चयनित होने पर उन्हें छह माह का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।