लखनऊ। बेहतर कार्य करने वाली आशा कार्यकर्ता को सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान 4 सितम्बर को दिया जाएगा। यह जानकारी जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने दी है। इस तरह के कार्यक्र्रम को करने का उद्देश्य कार्यकर्ता का मनोबल बढ़ाने के लिए आयोजित किया जाता है।
आशा संगिनियों को भी करेंगे सम्मानित
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि आशा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित कार्यक्रमों व नयी योजनाओं के बारे में जानकारी देना है। इसके साथ ही 4 सितम्बर को प्रत्येक ब्लॉक की आशा संगिनियों को भी आशा के साथ सम्मानित किया जाता है। आशाओं का मनोबल बढ़ाने तथा उन्हें यह एहसास दिलाना कि सूबे में चल रहे स्वास्थ्य सेवाओं को दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचाने तथा समुदाय को जागरूक करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
जिले पर भेजा जाता है नाम
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष 2019-20 में आशा सम्मेलन 4 सितम्बर 2019 को आयोजित किया जाएगा। योगेश ने आशा कार्यकर्ताओं की चयन प्रक्रिया के बारे में बताया कि प्रत्येक ब्लॉक से 3-3 आशा का नाम जिले पर भेजा जाता है। यह काम सीएचसी के मेडिकल ऑफिसर इन चार्ज (एमओआईसी) व ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) द्वारा किया जाता है वह पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहने वाली आशा का चयन करते हैं।
ऐसे होता है चयन
इन आशाओं के चयन का आधार ये बिन्दु होते हैं : पिछले एक साल में नामित आशा द्वारा कितनी महिलाओं की संस्थागत प्रसव कराया गया, कितने एचबीएनसी विजिट किए गए, कितने बच्चों का पूर्ण प्रतिरक्षण किया गया और कितनी नसबंदी कराई गयी। आशा संगिनियों के चयन के आधार के मुख्य बिन्दु हैं कि उनके अधीन आने वाले क्षेत्र में जिस क्षेत्र की आशाओं ने सर्वाधिक प्रसव, सर्वाधिक पूर्ण प्रतिरक्षण व सर्वाधिक नसबंदी कराई हो तथा जिस क्षेत्र की आशाओं को सर्वाधिक भुगतान हुआ हो।