नई दिल्ली। आयुष के डॉक्टरों के लिए बड़ी खुशखबरी है। इनके लिए सरकारी नौकरी का रास्ता निकल गया है। बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के तहत देशभर में हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र बनाए जा रहे हैं, जहां इनकी नियुक्ति की जाएगी।
बता दें कि देशभर में डेढ़ लाख हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र बनाए जा रहे हैं। अगले एक साल में केंद्र द्वारा स्वीकृत लगभग 18 हजार हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों पर 9 हजार आयुष चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी।
पांच साल में 75 हजार भर्ती
अगले एक साल में करीब नौ हजार आयुष चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी। बताया गया है कि पांच साल में यह आंकड़ा बढ़कर 75 हजार हो जाएगा। केंद्रीय आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों में आयुष को अभिन्न अंग के तौर पर शामिल किया है। प्रत्येक केंद्र पर कम से कम एक आयुष चिकित्सकों की तैनाती की जानी है।
इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अगले पांच सालों में 75 हजार आयुष चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारे सामने अब देश को योग्य आयुष चिकित्सक मुहैया कराने की चुनौती है। बेहतर आयुष ग्रेजुएट तैयार करने के लिए हमने शिक्षा के क्षेत्र में प्रशासनिक सुधार किया है।
भर्ती का काम करेगी राज्य सरकारें
कोटेचा ने कहा कि इन चिकित्सकों को एलोपैथिक दवाएं लिखने की जरूरत ही नहीं है। आयुष की विधाएं चाहे वो आयुर्वेद हो, होमियोपैथ हो या यूनानी सभी अपने आप में पूर्ण हैं। आयुष चिकित्सकों की भर्ती का काम राज्य सरकारों की ओर से किया जाएगा। पहला चरण पूरा होने के बाद अगले चरण की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। केंद्र का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 75 हजार नियुक्तियों को पूरा करने का है।