नई दिल्ली। दिव्यांग युवाओं के लिए वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी प्रतियोगिता (जीआईटीसी) 2018 का आयोजन यहां आठ से 11 नवंबर तक किया जाएगा। कार्यक्रम में 24 एशिया-प्रशांत देशों के 120 दिव्यांग युवाओं समेत 300 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। कोरिया, चीन, थाईलैंड, वियतनाम जैसे देशों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। जीआईटीसी प्रत्येक वर्ष एशिया प्रशांत क्षेत्र में आयोजित किया जाता है। इस संबंध में दिव्यांग जन अधिकारिता विभाग, सामाजिक न्याय व अधिकारिता तथा पुनर्वास मंत्रालय, कोरिया के बीच मंगलवार को एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। सहमति पत्र के अनुसार दोनों पक्षों ने इस आयोजन के लिए साथ मिलकर कार्य करने का निर्णय लिया है। इसमें वित्तीय, परिवहन, श्रमबल तथा अन्य सुविधाएं शामिल हैं।
मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, अपंगता की चार श्रेणियां इस प्रतियोगिता में शामिल हैं। इनके नाम हैं- शारीरिक, दृष्टि, श्रवण तथा बौद्धिक। यह प्रतियोगिता व्यक्तिगत तथा सामूहिक स्तर पर आईटी क्षेत्र में कुशलता की परख करेगा। विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं को पुरस्कार दिए जाएंगे।
इस कार्यक्रम में एक सेमिनार आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न देश दिव्यांगजनों की आईटी सेवाओं तक पहुंच विषय पर प्रस्तुतियां देंगे। डीईपीडब्ल्युडी इस कार्यक्रम का प्रमुख हितधारक है। इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिक मंत्रालय, युवा मामले तथा खेल मंत्रालय तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय भी इस कार्यक्रम के आयोजन में शामिल हैं।