लखनऊ। केजीएमयू में प्रवेश परीक्षा के आधार पर सीनियर रेजिडेंट की भर्ती का फैसला खटाई में पड़ गया है। यहां सीनियर रेजिडेंट की भर्ती परीक्षा रद कर दी गई है। गौरतलब है कि परीक्षा केजीएमयू दंत संकाय के ओरल पैथोलॉजी एवं माइक्रोबायोलॉजी विभाग की होनी थी। विभाग के ओरल पैथोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉक्टर ने कुलपति डॉ. एमएलबी भट्ट से शिकायत की है। शिकायत मिलने के बाद केजीएमयू के कुलपति ने जांच कमेटी को गठित किया था। जांच कमेटी ने जांच में पर्चा लीक की आशंका को सही माना है। फिलहाल अभी तक परीक्षा की कोई तारीख घोषित नहीं की गई है।
पहली बार कराई गई थी भर्ती परीक्षा
दंत संकाय में नौ विभाग हैं। इनमें सीनियर रेजिडेंट की 30 सीटें हैं। अभी तक सीनियर रेजिडेंट की भर्ती के लिए साक्षात्कार होता था। प्रवेश परीक्षा के आधार पर सीनियर रेजिडेंट की भर्ती का फैसला किया गया। 21 जुलाई को कलाम सेंटर में प्रवेश परीक्षा हुई थी। 100 अंकों की परीक्षा के लिए दो घंटे का समय निर्धारित था, जिसमें 40 नंबर शोध पर तथा 60 अंक विषय से आए थे। बताया गया कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी बार बार मोबाइल फोन में देख रहे थे। संदेह होने पर विभाग के एक डॉक्टर ने परीक्षार्थियों से उनका मोबाइल फोन मांगा, जिसपर उन्होंने देने से इंकार कर दिया। इसके बाद वहां हंगामा शुरू हो गया।
जांच के लिए कमेटी गठित
चिकित्सा संकाय की डीन डॉ. विनीता दास की अध्यक्षता में जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी में डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. मधुमति गोयल, सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार, आईटी सेल प्रभारी डॉ. संदीप भट्टाचार्या व परीक्षा नियंत्रक डॉ. एके सिंह को नामित किया गया है। जांच में दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।