लखनऊ। गोमती नगर के लोहिया अस्पताल में मरीजों को अब ब्लड टेस्ट की सटीक जानकारी मिलेगी। मरीजों के खून के जांच में चूक न के बराबर होगी। अब यहां नए सिस्टम यानि कि जेल सिस्टम से खून की जांच की जाएगी। अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने कहा कि प्रदेश का पहला सरकारी चिकित्सालय है जहां जेल सिस्टम से जांच शुरू हुई है।
आसानी से होगी जांच
मशीन से होने वाली इस जांच में प्रमाणिक रिपोर्ट आती है। ब्लड बैंक में जेल सिस्टम (जेल एग्लूटिनेशन) से क्रॉस मैचिंग व गु्रपिंग शुरू हो गई है। अब तक यहां पुरानी पद्धति स्लाइड और टेस्ट ट्यूब से खून की क्रॉस मैचिंग और ग्रुपिंग होती है और इसमें चूक की गुंजाइश रहती है। इसके जरिए जांच में एंटीजन और एंटीबॉडी का आसानी से पता लगाया जा सकता है। जेल सिस्टम में ब्लड ग्रुपिंग, सब गु्रपिंग, क्रॉस मैचिंग, एंटीबॉडी टाइटर, बाम्बे ग्रुपिंग अैर अन्य जांच आसानी से होगी।
एंटीबॉडी की पहचान आसान
जेल सिस्टम से एंटीबॉडी की पहचान आसान हो गई है। केडनी प्रत्यारोपण, कैंसर मरीजों की पहचान और पुख्ता तरीके से होगी। यह बात ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. वीके शर्मा ने कही। उन्होंने बताया कि हर एक के शरीर में अलग-अलग एंटीबॉडी होती है। ऐसे में दूसरे व्यक्ति का खून चढ़ाने पर शरीर की एंटीबॉडी उसे ग्रहण नहीं करती है। इससे नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है।