लखनऊ। शासन द्वारा गठित कमेटी की लचर प्रणाली से आउटसोर्सिंग कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। इसे लेकर केजीएमयू, पीजीआई और राममनोहर लोहिया के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने सोमवार को दोपहर में एक बैठक की। इस बैठक में कमेटी के प्रति रोष व्यक्त करते हुए सर्वसम्मति से नवंबर में आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।
यह जानकारी संविदा कर्मचारी संघ की अध्यक्ष अपराजिता तिवारी ने दी है। उन्होंने कहा कि यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो आने वाले दिनों में बैठक कर आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।
ये हैं मांगे
ठेकेदारी प्रथा का अंत हो और संविदा पर कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए, कर्मचारियों को मडिकल की सुविधा प्रदान की जाए, समान कार्य समान वेतन, पर्मानेंट वैकेंसी में योग्यता के अनुसार प्राथमिकता दी जाए।
ये थे मौजूद
बैठक में आउटसोर्सिंग कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रितेश, संविदा कर्मचरी संघ की अध्यक्ष अपराजिता तिवारी, महामंत्री गौरव यादव, महामंत्री सच्चिदानंद, उपाध्यक्ष दिलीप मौर्या, अनूप, धीरज, सोनू एवं समस्त पदाधिकारी मौजूद थे।