लखनऊ। केजीएमयू में एक बार फिर लापरवाही की घटना सामने आई है। इस बार डॉक्टर की लापरवाही के चलते एक युवक की जान चली गई। युवक सड़क हादसे में घायल हो गया था। जिसे गंभीर हालत में शनिवार को ट्रामा सेंटर लाया गया था। गंभीर युवक के इलाज को लेकर तीमारदार और डॉक्टर के बीच नोक-झोंक हो गई।
इतना होने पर डॉक्टरों ने इलाज बंद कर दिया। इलाज कि अभाव में युवक की सांसे थम गई। मरीज की मौत से नाराज परिवारीजनों ने ट्रॉमा सेंटर में जमकर हंगामा किया। डॉक्टरों पर इलाज में कोताही का आरोप लगाया। परिवार के सदस्यों का कहना है कि यदि डॉक्टर समुचित इलाज मुहैया कराते तो शायद अश्वनी जीवित होता।
जल्दी इलाज करने की गुजारिश डॉक्टरों को नागवार गुजरी
कानपुर रोड स्थित हरिओम नगर निवासी अश्वनी (20) शनिवार रात स्कूटर इंडिया चौराहे के पास सड़क हादसे में घायल हो गया। उसके सिर, हाथ पैर समेत शरीर के दूसरे अंगों में गंभीर चोटें आईं। परिवारीजन उसे गंभीर हाल में लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। घायल के साथ कई युवक भी आए थे। एक युवक ने डॉक्टरों से जल्दी इलाज करने की गुजारिश की।
यह बात डॉक्टरों को नागवार गुजरी। डॉक्टरों ने इलाज रोक दिया। डॉक्टर बहस करने वाले युवक को बुलाने की जिद पर अड़ गए। इस दौरान अश्वनी की हालत बिगडऩे लगी। सांस लेने में तकलीफ बढ़ गई और उसकी मौत हो गई।