नई दिल्ली। क्या आप भी पान, सुपारी खाते हैं, तो संभल जाइए। यह आदत आपको कैंसर जैसी घातक बीमारी की तरफ लेकर जा रही है। लोग तंबाकू से कैंसर और अन्य खतरों के बारे में तो जानते हैं लेकिन विशेषज्ञ पान और सुपारी को भी उतना ही खतरनाक बताते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार पान और सुपारी का एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों में व्यापक इस्तेमाल किया जाता है। दोनों ही पदार्थ कई तरह के मुख और इसोफेगल (आहार नली) कैंसर के लिए जोखिम हो सकता है।
सुपारी और पान के इस्तेमाल पर लगाम लगाने के लिए प्रयासों को भी गति प्रदान करना जरूरी है। इस संबंध में नोएडा स्थित राष्ट्रीय कैंसर रोकथाम एवं अनुसंधान संस्थान (एनआईसीपीआर) के निदेशक प्रो. रवि मेहरोत्रा ने कहा कि लांसेट का यह अध्ययन पान और सुपारी को लेकर अब तक हुए अध्ययनों में रह गई कमियों को चिह्नित कर उन्हें दूर करने का यह पहला प्रयास है।
पान के पत्ते पर सुपारी और मसाला आदि रखकर तैयार किया गया खाने वाला पान और खाने वाली सुपारी, हृदय संबंधी, पेट और आंत संबंधी, चयापचय संबंधी एवं श्वसन संबंधी स्वास्थ्य दुष्प्रभाव भी देखने में आये हैं।
तंबाकू के लिए तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का तंबाकू नियंत्रण पर रूपरेखा है जिसमें तंबाकू के इस्तेमाल को कम करने के संबंध में प्रमाण, आधारित नीतियों के प्रावधान हैं लेकिन पान और सुपारी के इस्तेमाल पर रोकथाम के लिए कोई वैश्विक नीति नहीं है।