लखनऊ। लिगामेंट इंजरी किसी को भी हो सकती है लेकिन अक्सर खिलाडिय़ों को इस तकलीफ से गुजरना पड़ता है। सॉकर, फुटबॉल और बास्केटबॉल खेलने वाले खिलाडिय़ों में अक्सर घुटने के लिगामेंट चोटिल हो जाते हैं और छोटी सी लगने वाली ये चोट बहुत तकलीफदेह होती है। ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि एक्स-रे में हड्डी तो सही दिखाई देती है लेकिन वास्तव में वह सामान्य नहीं होता।
यही नहीं हमारे द्वारा किए जाने वाले रोजमर्रा के काम भी लिगामेंट इंजरी के लिए जिम्मेदार होते हैं। लिगामेंट इंजरी आज के समय में युवा वर्ग के लोगों में ज्यादा देखने को मिल रही है। उक्त बातें केजीएमयू के स्पोट्र्स मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष व आर्थोपेडिक्स के प्रोफेसर डॉक्टर आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कही।
ऐसा होता है
डॉक्टर आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि लिगामेंट इंजरी के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि चलते-चलते पैरों का लचक जाना, पैर को मोड़ते वक्त फंसना, कंधे का उतरना या मोच का आ जाना। ऐसे में किसी को भी इसे इग्रोर नहीं करना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो आगे चलकर आपको बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
आपको तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और बिना देर किए इलाज शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने बताया कि आगे चलकर ऐसा देखा गया है कि जोड़ जाम हो सकते हैं, ढीलापन या फिर मांसपेशियों का घटना भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस्ट्रेस व्यूज के बाद एमआरआई की सहायता से इसका सही पता लगाया जा सकता है।
उपाय
हड़बड़ी में कोई काम ना करें। रहा सवाल खेलने का तो सही तरीके से खेलने के लिए ट्रेनिंग की जरूरत होती है। कभी-कभी खेलकूद में (लम्बी कूद) दोनों घुटनों को नुकसान पहुंच सकता है। शुरुवाती दिनों में तो इसका असर नहीं दिखता लेकिन बाद में गहरा असर दिखाता है।
दूरबीन विधि से इलाज
शरीर के किसी भी हिस्से में यदि लिगामेंट इंजरी होती है तो दूरबीन की विधि ज्यादा कारगर साबित होती है। अब बड़े चीरे की जरूरत नहीं है और आपको अस्पताल में ज्यादा दिनों तक रुकने की भी जरूरत नहीं है। अब आथ्र्रोस्कोपिक जैसी आधुनिक और दर्दरहित विधि से बिना चीरफाड़ किए ही लिगामेंट को आसानी से रिपेयर किया जा सकता है।
बाहर जाने की क्या जरूरत
उन्होंने कहा कि स्पोट्र्स मेडिसिन अब राजधानी के केजीएमयू में ही उपलब्ध है। अब मरीज को दिल्ली और मुंबई के अलावा कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। इससे पैसों के साथ ही साथ समय की भी काफी बचत होती है।