गोरखपुर। डेंगू का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है। शहर से लेकर गांव एडीज मच्छर पांव पसार चुके हैं। आलम यह है कि जिले के दक्षिणांचल में अब तक 50 से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। इसमें पूर्व राज्य मंत्री के परिवार के सदस्य भी शामिल हैं।
सर्वाधिक प्रभावित बड़हलगंज, गोला, बांसगांव और सिकरीगंज
जिले में इन दिनों डेंगू ने जोरदार दस्तक दी है। सरकारी व प्राइवेट अस्पताल व पैथोलॉजी में 500 से अधिक लोग इस साल डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। इसमें आधे शहर से जबकि आधे गांव के हैं। सर्वाधिक प्रभावित बड़हलगंज, गोला, बांसगांव और सिकरीगंज हैं।
यह है आंकड़ा
बताया जाता है कि दक्षिणांचल में रहने वाले पूर्व राज्य मंत्री के पत्नी व पुत्र इसकी चपेट में आ चुके हैं। कस्बे के दो व्यापारी और एक पत्रकार का परिवार भी डेंगू की चपेट में आ चुका है। जिला अस्पताल में जिन पांच मरीजों में डेंगू की तस्दीक हुई है उनमें से दो बड़हलगंज के ही हैं। वर्ष 2016 में जिले में 258 मरीजों में डेंगू की तस्दीक हुई थी। इनमें से बड़हलगंज के 90 मरीजों में डेंगू की तस्दीक हुई। इस साल भी मरीजों की संख्या करीब 50 पहुंच चुकी है।
गोला और बांसगांव में मिले मरीज
ऐसा नहीं है बड़हलगंज में ही डेंगू का प्रकोप है। गोलाए सिकरीगंज और बांसगांव में भी डेंगू के मरीज मिले है। इसकी तस्दीक बीआरडी मेडिकल कालेज के रिकार्ड से हुई है। शहर के ट्रांसपोर्टनगर, तिवारीपुर, इलाहीबाग, सूरजकुंड, नार्मल, राजघाट में भी डेंगू के आमद की तस्दीक हो चुकी है।
साफ पानी में पनपता है डेंगू का मच्छर
डेंगू बुखार एडिज एजिप्टाइज मच्छर के काटने से होता है। इस मच्छर का शरीर का आधार गहरे काले रंग का तथा सफेद चमकीली पट्टियां होती है। अपनी विशिष्ट पहचान के कारण इसे टाइगर मच्छर भी कहते हैं। यह मच्छर साफ पानी में ही अंडे देता है। घर या आफिस में लगे कूलरए गमलेए ओवर हेड टैंकए टायर या फिर हौदियों में रूके पानी में इसके अंडें मिलते हैं। यह मच्छर दिन में ही काटता है।
डेंगू से पीडि़त पत्नी, पति करा रहा था झाड़-फूंक
जंगल-कौडिय़ा संवाद के मुताबिक भवनपुरवा की महिला की जान पति के अंधविश्वास के कारण खतरे में पड़ गई। गांव की 35 वर्षीय आराधना डेंगू से पीड़ित है। वह बीते एक हफ्ते से तेज बुखार से जूझ रही है। पति ज्वाला इलाज कराने के बजाए झाड़-फूंक कराने के लिए पत्नी को लेकर पीपीगंज के एक सोखा के घर पहुंचा। झाड़-फूंक के दौरान महिला बेहोश हो गई।
बेहोश होने की सूचना दी
यह देखकर सोखा वहां से भाग खड़ा हुआ। इसके बाद किसी ने 108 एम्बुलेंस को महिला के बेहोश होने की सूचना दी। एम्बुलेंस से परिवारीजन बीमार महिला को जंगल-कौडिय़ा पीएचसी लेकर पहुंचे। पीएचसी में डॉ. मनीष चौरसिया मौजूद रहे। प्रारंभिक जांच में डेंगू का संकेत मिला। उन्होंने प्रारंभिक इलाज के बाद मरीज को बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर कर दिया।