लखनऊ। केंद्र सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश के लिए एक और खुशखबरी है। अब प्रदेश को तीन और मेडिकल कॉलेज की सौगात मिल गई है। केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी मिल गई है अब जल्द ही इसका निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। 26 सितंबर को दिल्ली में केंद्र सरकार की हुई बैठक में बिजनौर, कौशाम्बी, कानपुर देहात में मेडिकल कॉलेज के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। देश भर में 31 मेडिकल कॉलेज को लाने के प्रयास में केंद्र सरकार की बैठक हुई जिसमें इसको लेकर फैसला लिया गया।
15 और मेडिकल कॉलेजों की स्थापना
आपको बता दें कि केंद्र से तालमेल बनाते हुए केंद्र सहायतित परियोजना के तहत राज्य सरकार ने 15 और मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के प्रयास शुरू कर दिए हैं। ये कॉलेज बिजनौर, कौशाम्बी, कानपुर देहात के अलावा, अमेठी, बलिया, चंदौली, चित्रकूट, गोंडा, हमीरपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, सुलतानपुर और महोबा में बनाए जाने हैं।
सीएम ने कही थी ये बात
बीते सोमवार को सीएम योगी ने लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान प्रदेश में साल 2020 तक 15 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाने की योजना पर विचार पेश किए थे उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार के शासनकाल में एक दर्जन से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज और दो एम्स का निर्माण कार्य आगे बढ़ा है। साथ ही इनके निर्माण की योजना पर विचार किया जा रहा है।
जिलाधिकारी दे चुके हैं भूमि क्लीयरेंस
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ.केके गुप्ता ने इस पर कहा था कि इन सभी जगहों पर जिला अस्पतालों को अपग्रेड करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जबकि इनमें से बिजनौर, चंदौली, गोंडा, कानपुर देहात, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी व सुलतानपुर सहित आठ मेडिकल कॉलेजों के लिए यहां के जिलाधिकारियों ने भूमि का क्लीयरेंस भी दे दिया है। केंद्र की योजना के तहत मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए 60 फीसदी खर्च केंद्र सरकार और 40 फीसदी खर्च राज्य सरकार करेगी।