लखनऊ। संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ मांगों को लेकर अगले माह आचार संहिता हटते ही विधानसभा का घेराव करने का फैसला लिया है। घेराव के दौरान आउटसोर्सिंग नियमावली तत्काल लागू किए जाने की मांग की जाएगी क्योंकि जब तक आउटसोर्सिंग की नियमावली नहीं लागू होती तब तक न तो कर्मचारी सुरक्षित होंगे ना उनकी नौकरी सुरक्षित होगी और न ही उनका समायोजन हो सकता है। इसलिए संघ ने अभी अपना आंदोलन स्थगित किया है, नियमावली के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा। यह जानकारी संघ द्वारा जारी विज्ञप्ति में दी गई है।
सेवा जारी रखी जाए
संघ द्वारा 20 सितंबर से आंदोलन किया जा रहा है। आंदोलन में वार्ता के क्रम में मंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य, निदेशक एनएचएम से वार्ता के बाद कल संविदा कर्मचारी संघ पदाधिकारियों ने प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण देवेश चतुर्वेदी से वार्ता किया। वार्ता के दौरान मांग की गई कि परियोजना के कर्मचारियों की सेवाएं निरंतर जारी रखें। अवनी परिधि से हटाए गए स्टाफ नर्स के लिए पद सृजित करते हुए उन्हें टेंडर कराकर विभिन्न चिकित्सालयों में उनकी सेवाएं पुन: ली जाएं। यूपीएचएसएसपी परियोजना के नॉन पैरामेडिकल के लगभग 500 कर्मचारियों जिनकी सेवाएं 30 सितंबर को समाप्त हो रही थी उनकी सेवा भी जारी रखी जाए।
ये है मांग
संघ के पांच सूत्रीय मांग पत्र पर वार्ता के क्रम में प्रमुख सचिव ने संघ पदाधिकारियों को आश्वस्त किया की यूपीएचएसएसपी परियोजना के लगभग 4500 कर्मचारियों की सेवाएं 31 अक्टूबर तक विस्तारित कर दी गई। 1 नवंबर से नई सेवा प्रदाता फॉर्म द्वारा इन्ही कर्मचारियों की सेवाएं जारी किए जाएंगे। शासन की ओर से जारी होने वाले पत्र में यह कहा जाएगा कि वही कर्मचारी काम करेंगे जो पहले से अस्पतालों में तैनात हैं। दूसरी ओर 30 सितंबर से सेवा समाप्त हो रहे नॉन पैरामेडिकल के लगभग 500 कर्मचारी का बजट जारी करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर वित्त विभाग भेज दिया गया एक-दो दिन के अंदर सहमति बन जाने पर उनका भी बजट जारी कर दिया जाएगा।
स्टाफ नर्सों की तैनाती की जाएगी
प्रदेश में विभिन्न चिकित्सालयों में खाली चल रहे स्टाफ नर्सों का ब्योरा मंगवाया गया है जिस पर जल्द ही अनुबंध करके स्टाफ नर्सों की तैनाती की जाएगी। उपरोक्त बातों पर सहमति तथा आचार संहिता को मद्देनजर रखते हुए 27 सितंबर का इको गार्डन का धरना निरस्त किया गया तथा प्रदेश में 2 घंटे कार्य बहिष्कार को भी समाप्त किया गया।