डेस्क। बढ़ती उम्र के साथ गठिया रोग होना एक आम बात है। यह रोग पहले तो अर्थराइटिस होता है और बाद में गठिया का रूप ले लेता है। आगे चलकर यह कष्टïकारी हो जाता है। इसके इलाज में लापरवाही न बरतें और खान-पान पर जरूरी बदलाव करें।
गठिया, अर्थराइटिस का एक जटिल रूप है। यह किसी को भी हो सकता है लेकिन सामान्यत: पुरुष इसके शिकार अधिक होते हैं।
गठिया का पूरी तरह उपचार संभव है। अगर गठिया अधिक गंभीर नहीं है तो उसे खान-पान और जीवनशैली में बदलाव लाकर नियंत्रित किया जा सकता है। गंभीर लक्षणों को दवाइयों और स्टेरॉइड के द्वारा ठीक किया जा सकता है।
घरेलू उपचार
एक महीने तक एक बड़ा कटोरा चेरी रोज खाने से इस बीमारी में काफी आराम मिलता है। एक छोटी गड्डी धनिया पत्ती को धोकर, उबालकर और छानकर पीने से आराम मिलता है। 300 मिली. गाजर के जूस में 100 मिली. चुकंदर और 100 मिली. खीरे का रस मिलाकर रोज पिएं।
इससे बचें
अल्कोहल, सी फूड, मांस, फ्रक्टोज स्वीटंट ड्रिंक्स का अधिक मात्रा में सेवन।
रोकथाम
गठिया की रोकथाम करने के लिए यह जरूरी है कि खान-पान की आदतें अच्छी रखी जाएं और उचित दवाइयों का सेवन किया जाए। तरल पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में करें, 8-10 गिलास पानी पिएं। जूस, नारियल पानी, छाछ आदि का सेवन भी करें। अल्कोहल का सेवन न करें, अल्कोहल गठिया के लक्षणों को अधिक गंभीर बना देता है। गठिया रोग में वसा रहित डेयरी उत्पादों के सेवन का सुरक्षात्मक प्रभाव होता है।