बरेली/लखनऊ। डेंगू मलेरिया आदि फैलाने वाले मच्छर अगस्त से नवंबर तक प्रभावी रहते है क्योंकि यह समय इन मच्छरों के लिय सबसे अनूकूल होता है। इसी क्रम में बरेली के जिला स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के चलते यहां संक्रामक बीमारियों को खत्म करने के लिए प्रयासों का सिलसिला और जोर पकड़ रहा है।
जागरूक करने के निर्देश
डॉ. एके मिश्रा सयुंक्त निदेशक ने बताया कि सभी विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार और बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा एंटी मोस्कीटो ड्राई डे के नाम से नया अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत लोगों को हर रविवार को अपने घर और आस पास साफ-सफाई करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। लोग अगर सप्ताह में एक दिन भी अपने घरों की साफ-सफाई करेंगे तो गंदगी दूर होगी जिससे बिमारियां भी दूर होंगी।
15 ब्लाक पर टीमों का गठन
उन्होंने बताया कि बरेली जनपद के सभी 15 ब्लाक पर टीमों का गठन कर लिया गया है जिसका नोडल अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को बनाया गया है। इनकी निगरानी में स्वास्थ्य कैम्प लगाए जा रहे हैं। जनपद के सभी सीएचसी और पीएचसी पर मच्छरदानी वार्ड बनाये गए हैं। साथ ही जिला स्तर पर अलग से मरीजों के उपचार के लिए अतिरिक्त वार्ड खोल दिया गया है ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
साथ ही सभी दूसरे विभाग नगर निगम, पंचायती राज और बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है। जो क्षेत्र तराई इलाकों से लगे हुए हैं वहां पर एंटीलार्वा का छिड़काव किया जा रहा है।
बैनर, पम्प्लेट, हैण्ड आउट्स वितरित
जिला स्वास्थ्य एवं सूचना अधिकारी रीतू गंगवार ने बताया कि सभी नोडल अधिकारियों को गांव तथा ब्लाक स्तर पर वेक्टर जनित रोगों से बचने के लिए बैनर, पम्प्लेट, हैण्ड आउट्स वितरित कर दिए गए हैं। अगर समुदाय अपने घरों में और अपने आस-पास जल एकत्रित न होने दें तो इन बीमारियों को रोका जा सकता है।
जन सहयोग जरूरी
डॉ. एके मिश्रा ने समस्त बरेली जिलेवासियों से अपील की है कि वेक्टर जनित बीमारियों को खत्म करने के लिए समस्त जिलेवासियों के जन सहयोग की आवश्यकता है इसके लिए सभी लोग अपने अपने घरो में और घरों के आस-पास साफ-सफाई रखें। घर के खाली पात्रों, कूलर, टंकी, टायर आदि में पानी जमा ना होने दें क्योकि रुके हुए पानी में मच्छर अंडे देता है जिसमें लार्वा पनपते हैं। एडीज लार्वा डेंगू, चिकिनगुनिया रोग फैलाते हैं जिससे रोगी को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इनका दें ध्यान
पूरी आस्तीन के कपड़े पहने, झोलाछाप से इलाज न करायें, बुखार होने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें तथा चिकित्सकीय सलाह लेकर दवा का सेवन करें।