लखनऊ। नवजात शिशु के लिए मां का दूध अमृत समान माना गया है। जिस बच्चे के बचपन में मां का दूध भरपूर प्राप्त हो जाता है उसमें रोग प्रतिरोध क्षमता सुदृढ़ होने समेत उसका संपूर्ण विकास भी होता है। आज के समय में एक मां का दूध ही है जो बच्चों के लिए सबसे शुद्ध और पौष्टिक का काम करता है। इसी वजह से मांंग के दूध को स्वस्थ जीवन की बुनियाद और शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार माना गया है। शिशु के लिए मां का दूध अमृत के समान होता है।
एक घंटे के अंदर स्तनपान
बच्चे को जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान करवाने को तुरंत स्तनपान कहते हैं जिसमे यह सुनिश्चित किया जाता है कि बच्चे को मां का पहला गाढ़ा पीला दूध मिल सके जिसे हम स्थानीय भाषा में खीस अथवा कोलस्ट्रम कहते हैं जो बच्चे को अनेक बीमारियों से बचाता है। 6 माह तक केवल मां का दूध पिलाना, इसके अतिरिक्त पानी या कोई अन्य तरल पदार्थ न देना, केवल स्तनपान कहलाता है। यदि बच्चा बीमार हो तो विटामिन, ओ.आर.एस. अथवा दवाएं दी जा सकती हैं।
यह कहा डॉक्टर ने
रानी अवन्तीबाई जिला महिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सलमान ने बताया कि बच्चे को जन्म के 1 घंटे के भीतर स्तनपान कराना चाहिये। यह शिशु को संक्रमण से बचाने और उसकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इससे डायरिया से बचाव होता है। यह सुपाच्य होता है, अत: शिशु के पेट में गड़बड़ होने की आशंका कम होती है। यह शिशु को सर्दी से भी बचाता है क्योंकि माँ का दूध बच्चे को उसी तापमान में मिलता है जो उसके शरीर का होता है। 1 महीने से 1 साल तक के बच्चे को सडेन इंफेंट डेथ सिंड्रोम(स्ढ्ढष्ठस् ) का खतरा होता है। माँ का दूध बच्चे को इस खतरे से भी बचाता है। यह बच्चे के मानसिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। डॉ. सलमान बताते हैं कि बच्चे को 6 माह तक केवल माँ का दूध पिलाना चाहिए। 6 माह के बाद बच्चे को माँ के दूध के साथ ऊपरी आहार देना चाहिए।
क्या कहते हैं आंकड़े
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-4) के अनुसार उत्तर प्रदेश में 1 घंटे के अंदर स्तनपान की दर अभी मात्र 25.2 फीसदी है जो कि काफी कम है। अन्य प्रदेशों की तुलना में, उत्तर प्रदेश में 6 माह तक केवल स्तनपान की दर 41.6 फीसदी है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-4) के अनुसार लखनऊ जिले में 1 घंटे के अंदर स्तनपान की दर अभी मात्र 22.3 फीसदी और जनपद में 6 माह तक केवल स्तनपान की दर 47 फीसदी है।