लखनऊ। शनिवार को दिव्यांगजन कल्याण के लिए समर्पित संगठन शाश्वत जिज्ञासा ने आप्टिज्म के प्रति जन सामान्य को जागरूक करने के उद्देश्य से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला निशातगंज स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में किया गया। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि महापौर संयुक्ता भाटिया ने किया।
दिया जाएगा प्रशिक्षण
कार्यशाला के आयोजक सीतांशु कुमार ने बताया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में मुख्य रूप से विशेष बच्चों के माता-पिता, मानसिक दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा अन्य लोग को प्रशिक्षण दिया जाएगा। महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि ऑटिज्म से प्रभावित व्यक्तियों को समझने में प्राय: लोग गलतियां करते हैं और धीरे-धीरे वे समाज की मुख्यधारा से अलग हो जाते हैं फिर भी उनकी सहायता तथा विशेष शिक्षण रणनीति से हम उन्हें वापस ला सकते हैं।
महापौर ने शाश्वत जिज्ञासा द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आज की कार्यशाला में बताए गए तरीको का उपयोग करके ही हम ऐसे दिव्यांगजन को हम वापस मुख्यधारा में ला सकते हैं। महापौर ने आगे कहा कि शुद्ध सात्विक प्रेम अपने कार्य का आधार है। प्रेम रूपी दवा से ही दिव्यांगजनों का हमे इलाज करना पड़ेगा।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर महापौर के साथ अप्टिज्म सोसाइटी वेस्ट बंगाल, कोलकाता की संस्थापक इंद्राणी बसु, ऑप्टिज्म थेरेपिस्ट महुआ दास शर्मा, शाश्वत जिज्ञासा के संस्थापक सितांशु कुमार सहित अन्य प्रशिक्षु उपस्थित रहें। इस मौके पर कार्यशाला में ऑटिज्म से जुड़ी विभिन्न समस्याओं जैसे संवाद क्षमता वृद्धि, रेड फ्लैग व्यावहारिक सहयोग के साथ साथ किशोरावस्था से जुड़ी समस्याओं के निराकरण का प्रयास किया गया। विशेषज्ञों ने माता-पिता व शिक्षिकाओं की शंका का समाधान करते हुए उनके सभी प्रश्नों के उत्तर भी दिए।