फतेहपुर। जिले में डाक्टरों की कमी से सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। सदर अस्पताल में तीन सालों से संचालित ट्रामा सेंटर में अभी तक एक भी डॉक्टर की तैनाती नहीं हुई है। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए शासन को पत्र लिखा है। जिले में तैनात 15 डॉक्टर बिना सूचना के गायब हैं।
154 डॉक्टर में 21 पीजी पढ़ाई को बाहर गए
शहर से लेकर गांव तक के लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ देने के लिए जिले में पुरुष व महिला अस्पताल के अलावा 10 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 11 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और 16 एडिशनल पीएचसीए 20 न्यू पीएचसी संचालित हैं। इन अस्पतालों में 53 डाक्टरों की कमी है। चिकित्सा विशेषज्ञ ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में तैनात किए गए वें स्वास्थ्य सेवाएं नहीं दे रहे जिससे ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल पैरा मेडिकल स्टाफ के सहारे चल रहे। डॉक्टरों के सृजित पद 154 में 21 पीजी पढ़ाई को बाहर गए।
53 डॉक्टरों की मांग की है
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. चन्द्रकांत पाण्डेय ने बताया कि शासन से 53 डॉक्टरों की मांग की है। ट्रामा सेंटर में आठ डाक्टरों की अलग-अलग तैनाती तीन साल में नहीं हो पाई। सीएमएस प्रभाकर पाण्डेय ने बताया कि यहां एक नेत्र सर्जन, एक ईएनटी, एक स्किन, दो ईएमओ, एक फिजीशियन, एक रेडियोलाजिस्ट की कमी है। सेंटर को आकस्मिक सेवाओं के रूप में संचालित किया जा रहा है।