लखनऊ। आलमबाग स्थित अजन्ता अस्पताल में डॉक्टरों ने दस साल की बच्ची को नया जीवन दिया है। गौरतलब है कि बच्ची की दोनों किडनी खराब हो गई थी। अस्पताल के डॉक्टरों ने कड़ी मेहनत के बाद बच्ची की सफलतापूर्वक हीमोडायलिसिस की। बच्ची का वजन 20 किलोग्राम है। बच्ची को नया जीवन देने में अस्पताल के विशेषज्ञ डॉ. दीपक दीवान व उनकी टीम शामिल रही। बच्ची को सोमवार रात को गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया था।
जांच में पता चला
डॉ. दीपक दीवान ने बताया कि बच्ची जांच करने पर मालूम पड़ा कि दोनों गुर्दे काम नहीं कर रहे हैं। इसमें सबसे बड़ी चुनौती थी कि बच्ची की डायलिसिस करनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि बच्चों की डायलिसिस करने वैसे भी में काफी परेशानी होती है। जैसे कि खून की कमी से लेकर इसमें इस्तेमाल होने वाले छोटे ट्यूब नहीं मिलते हैं।
रिपोर्ट के बाद इलाज रहेगा जारी
डॉ दीवान ने बताया कि मंगलवार को बच्ची की जान बचाने के लिए डायलिसिस करने की सोची गई। बच्ची की जान बचाने के लिए एक बड़ी ट्यूब को काटकर एडजस्ट किया गयास जिससे कि बच्ची की डायलिसिस हो सके। बच्ची की करीब डेढ़ घंटे तक हीमोडायलिसिस की गयी। इसके बाद बच्ची की हालत में अब सुधार है। बच्ची का इलाज आगे कैसे होगा इसके लिए जांच आदि करवायी जा रही है, रिपोर्ट आने के बाद ही आगे के इलाज की योजना तैयार की जायेगी।