सिरदर्द की समस्या से लोग अक्सर परेशान हो जाते हैं। लोग इसे आम तौर पर सिर का दर्द समझते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। सिरदर्द एक ऐसी चीज है जो सिर के अलावा भी कई हिस्सों को प्रभावित करता है। इसके कई कारण हो सकते है। अगर आपको भी लंबे समय से आंखों के पीछे दर्द हो रहा है तो यह भी एक तरह का सिरदर्द हो सकता है। तो चलिए आज हम आपको आंखों के पीछे होने वाले सिरदर्द के प्रकार व उसके कारणों के बारे में बताते हैं।
माइग्रेन
यह आंख के पीछे सिरदर्द के सबसे सामान्य कारणों में से एक है। माइग्रेन के कारण होने वाला दर्द ज्यादातर एकतरफा होता है। इस तरह के सिरदर्द की शुरूआत आपकी आंखों के चारों व टेम्पल एरिया से होती है। इसके बाद यह दर्द बढ़ते हुए सिर के पिछले हिस्से को प्रभावित करता है। यह सिरदर्द होने पर आपको मतली, उल्टी का अहसास हो सकता है। ऐसे लोग लाइट, साउंड व स्मेल के प्रति अधिक सेंसेटिव हो जाते हैं। आइस पैक अक्सर दर्द से राहत दिलाता है या फिर आपको दवाईयां भी लेनी पड़ सकती हैं।
टेंशन हेडेक
इस तरह का सिरदर्द आपके सिर के दोनों तरफ या आपके सिर के सामने, आपकी आंखों के पीछे के हिस्से को प्रभावित करता है। इस तरह के दर्द की शिकायत तब होती है, जब आप बहुत अधिक थके हों या फिर आपको किसी चीज को लेकर अधिक स्ट्रेस हो। टेंशन हेडेक 20 मिनट से लेकर कुछ घंटों तक रह सकता है। इस सिरदर्द के इलाज के लिए आप आराम के साथ-साथ हीटिंग पैड, गर्म पानी से स्नान व दवाईयों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको अक्सर टेंशन हेडेक की शिकायत रहती है तो आप उन उपायों को खोजने का प्रयास करें, जिससे आपका स्ट्रेस कम हो सके। इसके लिए आप डीप रिलैक्सेशन तकनीक जैसे डीप ब्रीदिंग, योगा व मेडिटेशन आदि का सहारा ले सकते हैं।
क्लस्टर सिरदर्द
ये आंखों के चारों ओर अत्यधिक दर्द का कारण बनते हैं। इसके कारण अक्सर सिर्फ एक आंख के आसपास काफी तेज दर्द का अहसास होता है। इस प्रकार का सिरदर्द आम नहीं है। यूं तो किसी को भी हो सकता है, लेकिन पुरुषों में यह दर्द अधिक देखा जाता है। खासतौर से, जिन लोगों का पारिवारिक इतिहास क्लस्टर सिरदर्द है, उन्हें यह समस्या होने की संभावना अधिक हो जाती है। वे अक्सर शराब और धूम्रपान से ट्रिगर होते हैं, इसलिए पुरूषों को अधिक प्रभावित करता है। इस तरह के सिरदर्द में आपको दर्द के साथ-साथ आंखों में सूजन, पानी आना व रेडनेस भी हो सकती है। यह दर्द 30 मिनट से 60 मिनट तक होता है, जो आपको काफी बैचेन कर सकता है। इस दर्द में व्यक्ति को जलन व पियर्सिंग जैसे दर्द का अहसास होता है। इसके इलाज के व्यक्ति को डॉक्टरी सहायता की जरूरत पड़ती है।
साइनस सिरदर्द
एक साइनस संक्रमण साइनसाइटिस के कारण व्यक्ति को आंखों, नाक, माथे, गाल और ऊपरी दांतों के आसपास सिरदर्द का अहसास होता है। यह वह जगह है जहाँ आपके साइनस हैं। इसके कारण आपको सिरदर्द के साथ-साथ बुखार, कंजेशन व नाक से डिस्चार्ज जैसी समस्या भी होती है। साइनस सिरदर्द को ठीक करने के लिए पहले इंफेक्शन का इलाज करना जरूरी है। आप चाहें तो डॉक्टर की सलाह पर एंटीबायोटिक्स और डिकॉन्गेस्टेंट आदि ले सकते हैं।
आईस्ट्रेन
आंखों के पीछे होने वाला यह सिरदर्द तब होता है, जब आपकी आंखें काफी थक जाती हैं। आमतौर पर जो लोग लम्बे समय तक कंप्यूटर पर काम करते हैं या घंटों लगातार ड्राइविंग करते हैं, उन्हें इस तरह के सिरदर्द की समस्या होती है। आईस्ट्रेन होने पर व्यक्ति को आंखों में जलन, खुजली, आखों से पानी आना, धुंधली दृष्टि व कंधे में दर्द या पीठ में दर्द की शिकायत होती है। इस तरह के सिरदर्द के उपचार के लिए आपको दवाईयों का सेवन करने की जरूरत नहीं है। अगर आप कुछ देर आराम करते हैं तो यह दर्द खुद-ब-खुद ठीक हो जाता है।