लखनऊ। गर्मी के आते ही चेहरे की रंगत को बरकरार रखना हम सबके लिए चुनौती है। मौसम में बदलाव होने के साथ ही बीमारियों का मौसम भी शुरू हो जाता है। क्या आप भी डॉक्टर का सहारा लेते हैं। तो क्यों ना एक बार घरेलू उपचार का सहारा लिया जाए। इस बारे में जानकारी दे रही हैं डॉ. शीला श्रीवास्तव। गर्मी में सबसे पहले शरीर की त्वचा प्रभावित होती हैं मुंह में छाले, चेहरे पर दाने आने लगते हैं। तो आइए जानते हैं क्या है डॉक्टर की राय।
एलोविरा का करें प्रयोग
डॉ. शीला श्रीवास्तवा ने बताया कि हमारे घर में बहुत सी ऐसी सुविधाएं होती हैं जिससे हम कुछ शारीरिक परेशानियों को ठीक कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतर घरों में एलोविरा का पेड़ जरूर मिलेगा लेकिन बहुत से ऐसे लोग हैं जिनको इसकी खासियत के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने की वजह से उसके लाभ से वंचित रह जाते हैं। लड़कियां हो या लड़के हर कोई सुन्दर दिखना चाहता हैं अगर एलोविरा का प्रयोग करे तो इसका असर जल्द ही चेहरे पर दिखने लगता हैं।
त्वचा पर छाले और फुंसी को दूर करने की घरेलू दवा
डॉ. शीला श्रीवास्तव ने बताया कि एलोवेरा को मदर ऑफ क्योर का दर्जा दिया जाता है। इसका मतलब यह है कि यह वह दवाई है जिसका इलाज कई तरह के रोगों में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह त्वचा के घाव को न केवल कूल करता है बल्कि उसका जल्दी उपचार करता है। यह छाले पर हुए सूजन भी कम कर देता है।
एलोवेरा जेल लगाएं
उन्होंने कहा कि छालों पर एलोवेरा जेल लगाएं और उसे सूखने दें। इससे आपको थोड़ी जलन और खुजली जैसा अनुभव होगा। हालांकि यह तब होता है जब एलोवेरा अपना सही तरह से काम करता है। छाले पर लगे एलोवेरा को सूखने के बाद गर्म पानी से धो लीजिए। आप दिन में दो बार ऐसा करें आपको छाले कम करने में बहुत ही सहायता मिलेगी।
कील-मुंहासों से राहत दिलाने में प्रभावी
डॉ. शीला ने कहा कि एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर एलोवेरा की विशेषता यह है कि यह कील-मुंहासों से राहत दिलाने में बहुत ही प्रभावी है। यह बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन को त्वचा से दूर करता है और जब बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन होगा नहीं तो कील-मुंहासों की समस्या भी कंट्रोल में रहेगी। इसके अलावा यदि एलोवेरा के जूस का सेवन करते हैं तो आप पिंपल्स व पिंपल्स के दागों से दूर रहते हैं। साथ ही टैनिंग की समस्या से भी मुक्ति पा सकते हैं।