लखनऊ। डेंगू की कोई दवा नहीं है। इससे बचने के लिए जागरुकता और सफाई से ही डेंगू से बचा जा सकता है। डेंगू से घबराने की जरूरत नहीं है। सभी समुदाय और सभी विभागों साथ मिलकर काम करें तो इस बार डेंगू को हम पनपने नहीं देंगे। गुुरुवार को राष्ट्रीय डेंगू दिवस के पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में कार्यशाला में संचारी रोग की निदेशक डॉक्टर मिथिलेश चतुर्वेदी ने कही।
43 लोगों में डेंगू के लक्षण
डॉक्टर मिथिलेश चतुर्वेदी ने कहा कि इस साल डेंगू के कारण चुनौतियां काफी अधिक होने की संभावना हैं। हर तीसरे साल डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है। इसलिए 2019 संवेदनशील हैं लेकिन हम पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक प्रदेश में 1 जनवरी 2019 से 15 मई तक कुल 1577 डेंगू संभावित रोगियों की जांच की गई जिनमें से कुल 43 डेंगू के लक्षण पाए गए।
सीएमओ ने बताए लक्षण
प्रदेश में डेंगू की जांच के लिए वर्तमान में कुल 46 सर्विलांस लैब क्रियाशील है, जबकि पिछले वर्ष 37 लैब क्रियाशील थे। कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि डेंगू का कोई उपचार नहीं है और इससे बचाव ही सर्वोत्तम उपचार है। उन्होंने बताया कि हर बुखार डेंगू बुखार नहीं होता है। डेंगू एक वायरल बुखार है, जिसके लक्षण तेज सिर दर्द बुखार का होना, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द होना जो कि आंखों को घुमाने से बढ़ता है, जी मिचलाना एवं उल्टी होना है। गंभीर मामलों में नाक, मसूड़ों से खून आना अथवा त्वचा पर चकत्ते उभरना इसके प्रमुख लक्षण हैं।
साफ पानी में पनपता है डेंग
हर मच्छर डेंगू फैलाने वाला नहीं होता है। डेंगू फैलाने वाला मच्छर खड़े हुए साफ पानी में पनपता है। कहीं आपके घर में या आसपास पानी तो जमा नहीं है जैसे कि कूलर, पानी की टंकी ,पक्षियों के पीने के पानी का बर्तन ,,फ्रिज की ट्रे, फूलदान ,नारियल का खोल ,टूटे हुए बर्तन व टायर इत्यादि। उन्होंने कहा कि पानी से भरे हुए बर्तन को ढक कर रखें ,कूलर को खाली कर के सुखा दे।
ऐसा जरूर करें
डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि यह मच्छर दिन के समय काटता है, ऐसे कपड़े पहने जो बदन को पूरी तरह ढके। डेंगू के उपचार के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन नहीं है। बुखार उतारने के लिए पेरासिटामोल ले सकते हैं। एस्प्रिन का इस्तेमाल ना करें। डॉक्टर की सलाह लें। डेंगू के हर रोगी को प्लेटलेट्स की आवश्यकता नहीं पड़ती। केवल प्लेटलेट्स घटने से डेंगू नहीं होता है।
यहां होगी डेंगू जांच
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा नोडल ऑफिसर वेक्टर बार्न डिसीज डॉ. केपी त्रिपाठी ने कहा कि लखनऊ में डेंगू जांच की निशुल्क सुविधा एसजीपीजीआई, केजीएमयू तथा डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की माइक्रोबायोलॉजी लैब तथा रीजनल लैब स्वास्थ्य भवन में उपलब्ध है। डेंगू रोगी के इलाज की व्यवस्था समस्त राजकीय स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क उपलब्ध है। बुखार आने पर अपने निकट के राजकीय चिकित्सालय में संपर्क करें।
इन्होंने भी दिया व्याख्यान
कार्यशाला में डॉ. विकास सिंघल संयुक्त निदेशक डेंगू ने एपिडेमियोलॉजी ऑफ डेंगू के बारे में व्याख्यान दिया। डॉ. रमेश चंद्र सलाहकार भारत सरकार ने डेंगू और पर्यावरण के बारे में चर्चा की। पाथ के डॉक्टर शोएब ने अंतर विभागीय समन्वय पर विस्तार से चर्चा की।