लखनऊ। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को वल्र्ड बैंक ने सराहा है। उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग प्रॉजेक्ट (यूपीएचएसएसपी) अंतर्गत पहले चरण में प्रदेश के 51 जिला अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए काम किया जा रहा है।
मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा
हाल ही में विश्व बैंक की 9 सदस्यीय टीम ने नोएडा के सेक्टर-30 स्थित राजकीय जिला संयुक्त चिकित्सालय में मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान वल्र्ड बैंक की नौ सदस्यीय टीम के साथ उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग प्रॉजेक्ट से जुड़े दो अधिकारी भी थे। टीम ने अस्पताल के सभी वार्डों का निरीक्षण कर यहां दी जा रही सेवाओं को जाना।
मरीजों तक सही ढंग से पहुंचाया जा रहा लाभ
नोएडा के राजकीय जिला संयुक्त चिकित्सालय में वल्र्ड बैंक के वाइस प्रेजिडेंट हारहोइज शेफर ने निरीक्षण करने के दौरान कहा कि सरकारी अस्पताल में एक बेहतर और सुनियोजित ढंग से काम किया जा रहा है। विश्व बैंक द्वारा दी जा रही सहायता सही तरीके से इस्तेमाल कर उन्हें आम मरीजों तक सही ढंग से पहुंचाया जा रहा है।
ये थे टीम में
इस टीम में वल्र्ड बैंक के वाइस प्रेसिडेंट हारहोइज शेफर, टीम लीडर जार्ज कोरोसा, सदस्य जुनैद, एनी, हासिम, राखी, नंदिता, आरुषि, राहुल और यूपीएचएसएसपी की डा. शिप्रा पांडे, इस्तेकार खान शामिल रहे।
टीम ने यह भी देखा
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय अग्रवाल बताया कि टीम को एक प्रोजेक्टर के माध्यम से चिकित्सालय में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं और योजनाओं के बारे में बताया गया। वल्र्ड बैंक की टीम ने ओपीडी के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सराहा। इसके बाद टीम को ओपीडी कक्ष ले जाया गया जहां मरीजों को दी जा रही चिकित्सा पद्धति को जाना।
टीम को ब्लड बैंक और पैथोलॉजी लैब ले जाया गया, जहां पैथोलॉजिस्ट एचएम लावानिया ने लैब और इसके कार्य के बारे में जानकारी दी। टीम ने अस्पताल के लेबर वार्ड में जाकर भर्ती गर्भवती महिलाओं से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जाना। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जाने वाली सेवाओं एआरटी, आइसीटीसी एवं एचआइवी सेंटर, फार्मेसी के बारे में भी जानकारी हासिल की।