डेस्क। दूध में उच्च मात्रा में कैल्शियम होता है जो हड्डियों एवं दांतों को मजबूत रखने में सहायक होता है। कच्चे दूध में अधिक मात्रा में पोषक तत्व पाये जाते हैं लेकिन इसमें कुछ हानिकारक बैक्टीरिया भी मौजूद होते हैं जो गंभीर बीमारियां पैदा कर सकते हैं। इसलिए कच्चे दूध को गर्म करने या उबालने के बाद ही इसका सेवन करना बेहतर होता है। डिब्बाबंद और पाश्चरीकृत दूध का उपयोग अधिक किया जा रहा है। दूध के पाश्चरीकरण के कारण ही कुछ अवधि तक खराब नहीं होता है। अल्ट्रा हीट ट्रीटमेंट के माध्यम से दूध को पाश्चरीकृत किया जाता है। दूध कैल्शियम, विटामिन ए, डी, बी1, बी12 और विटामिन के जैसे पोषक तत्वों को बढिय़ा स्रोत है और इसमें प्रोटीन भी पर्याप्त मात्रा में पायी जाती है। डिब्बाबंद दूध को उबालने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
बार-बार दूध को उबालने से बचें क्योंकि अधिक एवं बार-बार दूध उबालने से इसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो सकत है। यह बेहतर रहेगा कि आप दूध उबालते समय बीच-बीच में उसे चलाते रहें। दूध को कम आंच पर ही उबालें या गर्म करें क्योंकि अधिक तापमान पर इसमें मौजूद पोषक तत्व प्रभावित हो सकते हैं। एक बार जब दूध उबल जाए और ठंडा हो जाए तो इसे अधिक देर तक बाहर न रखें, संभव हो तो ठंडा होने के तुरंत बाद इसे फ्रिज में रखें और जब तक इस्तेमाल न करना हो, बाहर न निकालें। दूध को माइक्रोवेब ओवन में गर्म करने की बजाय आग पर गर्म करें। ये कुछ बेहतर तरीके हैं जिनके माध्यम से डिब्बाबंद दूध को उबालने के बाद उनके पोषक तत्वों को बचाया जा सकता है। कच्चे दूध की बजाय गर्म दूध अधिक मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है और बीमारियों एवं हानिकारक जीवाणुओं से बचने के लिए दूध को उबालकर ही पीएं।