लखनऊ। एसजीपीजीआई में मांगों को लेकर कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने बुधवार को विरोध स्वरूप काला फीता बांधकर काम करना शुरू कर दिया है। यह विरोध 3 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक पदाधिकारियों द्वारा किया जाएगा। बता दें कि संस्थान की पंजीकृत यूनियन ने मिलकर एक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा का गठन किया है। इस विरोध की रूपरेखा पहले ही तय कर ली गई थी। यह जानकारी महामंत्री राजेश कुमार शर्मा ने दी है।
ये है मांग
संस्थान को एक्स के बराबर सम्तुल्यता प्रदान की जाए और प्रदेश सरकार का कोई भी हस्तक्षेप ना हो यह सम्तुल्यता संस्थान के सभी अधिकारी, कर्मचारी और संकाय सदस्यों की है। सातवें पे कमीशन का भत्ता तत्काल प्रदान किया जाए। संवर्ग पुनर्संरचना बनाकर तत्काल लागू किया जाए। इसके अलावा संस्थान को केंद्र सरकार के अधीन ले जाने की संस्तुति प्रदान करे।
मांग पूरी नहीं, तो करेंगे ऐसा
3 से 8 अक्टूबर तक विरोध के रूप में काला फीता बांधकर काम करेंगे। यदि कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो 9 से 15 अक्टूबर तक क्रमिक धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यदि मांगों को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया तो 16 अक्टूबर से सभी उच्चाधिकारियों का घेराव किया जाएगा।
ये थे मौजूद
एम्पलाइज यूनियन अध्यक्ष एनपी श्रीवास्तव, रेखा मिश्रा नर्सिंग संगठन महामंत्री, सावित्री सिंह अध्यक्ष कर्मचारी महासंघ पीजीआई, एसपी यादव महामंत्री कर्मचारी महासंघ पीजीआई, महामंत्री केके तिवारी मिनिस्टीरियल संघ, मिनिस्टीरियल सियल वर्मा अध्यक्ष, धर्मेश सिंह, सुनीता सिंह, महिपाल सिंह, सरोज वर्मा महामंत्री मेडिकेशन संघ, डीके सिंह अध्यक्ष मेडिकेशन संघ, जितेंद्र सिंह, अरविंद श्रीवास्तव, सुनील द्विवेदी सहित अन्य लोग थे।