डेस्क। योग शारीरिक व मानसिक रूप से मानवजाति के लिए वरदान है। योग व मेडिटेशन में कमर दर्द, आर्थराइटिस, इम्यून सिस्टम, अस्थमा, ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल जैसे बड़ी परेशानियों को बिना दवा दूर करने की पूर्ण क्षमता है।
वहीं योग में लगभग चौरासी लाख आसन शाामिल है लेकिन वर्तमान में बत्तीस आसन ही प्रसिद्ध हैं, जिनका अभ्यास शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वास्थ लाभ व उपचार के लिए किया जाता है।
आप दमे के लिए अनुलोम-विलोम करें। अनुलोम-विलोम आसन करने से फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता बढ़ती है।
डिप्रैशन के लिए मेडिटेशन यानी की ध्यान लगाना। ध्यान लगाना सबसे बेहतर विकल्प है। मेडिटेशन से आत्मिक शांति मिलती हैं।
हाई ब्लड प्रैशर के लिए शवासन। इसका मतलब है शव और आसन, दो शब्दों के योग से बना शवासन एक मात्र ऐसा आसन है जिसे हर आयुवर्ग के लोग कर सकते हैं लेकिन हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए यह वरदान है।
शरीर को लचीला बनाने के लिए हलासन योग करें। शरीर का लचीलापन रीढ़ की हड्डी पर निर्भर होता है। इसके नियमित अभ्यास से कब्ज, थायराइड का अल्प विकास, समय से पहले बुढ़ापा, दमा, कफ, रक्तविकार आदि रोग दूर होते हैं। लेकिन रीढ संबंधी व गले में कोई रोग होने की स्थिति में यह आसन ना करें।
साइटिका व पाचन तंत्र के लिए वज्रासन योग करें। भरपेट खाना खाने के तुरंत बाद सोने या टीवी देखने से पाचन संबंधी परेशानी होना आम है। अगर आप खाना खाने के तुरंत बाद वज्रासन करें तो आपको डाइजेशन की परेशानी नहीं होगी। यह आसन साइटिका रोगियों के लिए उत्तम है।