लखनऊ। आपको निकाल दिया जाएगा… क्यों सर, आपने हरकत ही ऐसा किया है। ये बात संस्थान के एडीशनल डायरेक्टर (एडी) जयंत नर्णिकर ने कही है। एसजीपीजीआई के एडी के इस तरह के बयान के बाद तो संविदा कर्मचारी यूनियन में उबाल है। एडी के इस रवैये से एसजीपीजीआई संस्थान के संविदा कर्मचारी के काफी नाराज हैं।
कार्य का बहिष्कार किया था
आपको बता दें कि मांगों को लेकर 13 अगस्त को एक घंटे के लिए संविदा कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार किया था। इसके बाद मांग को लेकर संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान संविदा कर्मचारी यूनियन की अध्यक्ष अपराजिता तिवारी, महामंत्री गौरव यादव, उपमंत्री अविनाश शुक्ला और उपाध्यक्ष विमल एडीशनल डायरेक्टर से मांगों को लेकर वार्ता करने गए थे।
बोलने का मौका ही नहीं दिया
संविदा कर्मचारी यूनियन की अध्यक्ष अपराजिता ने बताया कि कमरे में प्रवेश करते ही उन्होंने कहा कि आपको निकाल दिया जाएगा। हमें कुछ भी बोलने का मौका ही नहीं दिया गया। वीडियो में यह साफ सुनाई दे रहा है। इसके पहले भी अपनी मांगों को लेकर डॉयरेक्टर राकेश कपूर से मिलकर वार्ता करने गए थे। वहां से भी कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला है। फिलहाल मांगों के निराकरण के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। अगर मांग पूरा नहीं होने पर कर्मचारी बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी पीजीआई प्रशासन व शासन-प्रशासन की होगी।
https://youtu.be/JT-mj38SUbw
आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की संख्या स्थायी कर्मचारियों से अधिक
अध्यक्ष तिवारी ने बताया कि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की बदौलत संस्थान को निरंतर प्रगति की ओर ले जाया जा रहा है। यहां आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की संख्या स्थायी कर्मचारियों से ज्यादा है। ऐसे में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की भागीदारी भी अधिक है। जैसे पैरामेडिकल, मिनिसट्रीयल (डाटा इन्ट्री), फिजियोथेरेपिस्ट सुरक्षा, सफाई, ड्राइवर, इंजीनियरिंग, फायर, टेलीफोन एक्सचेंज विभाग, वन विभाग, बिजली विभाग, पेशेंट किचन, पेशेंट हेल्पर, एयर कंडीशन, मेंटीनेंस विभाग आदि समस्य संवर्गों में अधिक मात्रा में भागीदारी हो गई है।