लखनऊ। संविदा पर कार्यरत नर्सिंग स्टाफ घूम-घूम कर न्याय की मांग कर रहा है। इस बार पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात कर अपनी परेशानियां गिनाईं। गौरतलब है कि 11 महीने बाद भी अब तक कोई मानदेय नहीं दिया गया है। यही नहीं सेवा समाप्ति का आदेश भी दे दिया गया है।
जून तक उन्हें मानदेय देने की बात
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से संविदा पर कार्यरत नर्सिंग स्टाफ ने भेंटकर बताया कि आउटसोर्सिंग कम्पनी अवनी परिधि के माध्यम से कई जनपदों में सीएमओ एवं सीएमएस के अधीन कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को सितम्बर 2018 से अब तक कार्य करते हुए 11 महीने से अधिक समय बीच चुका है। इनको अभी तक कोई मानदेय नहीं मिला है। इनको अब सेवा समाप्ति आदेश दे दिया गया है और सिर्फ जून तक उन्हें मानदेय देने की बात की जा रही है।
पूर्व सीएम को सौंपा ज्ञापन
पीडि़त नर्सों ने बताया कि उन सभी ने माह अगस्त 2019 तक कार्य किया है। कोई सुनवाई नहीं होने से वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने सरकार से सेवा बहाली की मांग करते हुए एक ज्ञापन पूर्व सीएम अखिलेश यादव को भी सौंपा। उन्होंने यह भी कहा कि वे दो-दो वर्ष तक सेवारत रही है और अब भुखमरी की शिकार है।
भाजपा को माफ नहीं करेगी जनता
अखिलेश यादव ने नर्सिंग स्टाफ के साथ सहानुभूति जताते हुए कहा कि समाजवादी सरकार में पर्याप्त बजट था। भाजपा सरकार में सभी कर्मचारी दु:खी हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि बेरोजगारी में लगातार वृद्धि से स्थिति विस्फोटक हो गई है। भाजपा सरकार की यह संवेदनहीनता की पराकष्ठा है। दु:खी और परेशान जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी।