डेस्क। बाल गिरने की समस्या से पीडि़त महिलाएं सावधान हो जाएं। नए शोध में आगाह किया गया है कि ऐसी समस्या के चलते गर्भाशय में ट्यूमर होने का खतरा बढ़ सकता है। यह निष्कर्ष हजारों अफ्रीकी और अमेरिकी महिलाओं के अध्ययन के आधार पर निकाला गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि सेंट्रल सेंट्रिफ्यगल सिकेट्रिकल एलोपिशिया से मुख्य रूप से अश्वेत महिलाएं प्रभावित होती हैं और यह गंजेपन का सबसे सामान्य प्रकार है। इस कारण बाल झडऩे से टिश्यू को अत्यधिक आघात पहुंचता है। इस स्थिति को यूट्रिन फाइब्रॉयड के उच्च खतरे के तौर पर परिभाषित किया गया है।