डेस्क। सेहत की कोई परेशानी हो तो सबसे पहले इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ पुराने नुस्खे आपके काम आ सकती है। अगर गले में खराश, बुखार, शारीरिक कमजोरी, कान में दर्द, दांतों का तकलीफ, गर्दन और टांगों में ऐंठन आदि सहित ऐसी कई परेशानियां हैं तो इसके लिए हर बार दवाइयां खाने के बजाए घरेलू तरीके अपनाना बेहतर है।
छोटे बच्चे खाने में बहुत आनाकानी करते हैं तो खाली पेट टमाटर खिलाने या फिर सुबह शाम प्याज का रस गरम करके 1 तोला मिलाने से बहुत आराम मिलता है।
कान के असहनीय दर्द से छुटकारा पाने के लिए प्याज को पीसकर इसका रस निकाल लें। इसे कपड़े में छानकर हल्का गर्म करके 4 बूंद कान में डालने से दर्द कम हो जाता है।
बच्चे को इंफेक्शन होते ही उल्टी आने लगती है, इससे बच्चे में कमजोरी आने लगती है। पके हुए अनार का रस गुनगुना करके दिन में तीन बार 1-1 चम्मच बच्चे को पिलाएं।
कान में फुंसी या दर्द परेशान कर रहा है तो सरसों के तेल में लहसुन पकाकर 1-1 बूंद कान में डाल लें। कब्ज से छुटकारा पाने के लिए नींबू को 1 गिलास चीनी का शरबत में डालकर पी लें। इसमें काला नमक भी डाल सकते हैं। दस्त से आराम नहीं मिल रहा तो जामुन की गुठली तो ताजे पानी के साथ पीस लें और इसे छानकर 2-3 दिन सुबह एक गिलास पानी में डालकर पीएं। इसमें चीनी न डालें। दांत में दर्द या फिर ठंड़ा-गर्म लग रहा है तो सेंधा नमक में हल्दी और सरसों का मिलाकर मंजन करें।