लखनऊ। अब हादसों में गंभीर घायलों का दर्द कुछ कम हो सकेगा। गंभीर घायल मरीजों को अत्याधुनिक स्ट्रेचर के जरिए अस्पताल के ओटी, आइसीयू और वार्ड में दर्द रहित तरीके से शिफ्ट किया जाएगा। इसमें खास बात यह भी है कि इस स्ट्रेचर से मरीज की शिफ्टिंग केवल एक व्यक्ति ही कर लेगा।
पेशेंट ट्रांसफर सिस्टम
इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्रोलॉजी (आइआइटी) कानपुर ने संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (एसजीपीजीआई) लखनऊ ने मिलकर यह खास ऑटोमैटिक स्ट्रेचर तैयार किया है। इसे पेशेंट ट्रांसफर सिस्टम का नाम दिया गया है जो मैनुअली भी संचालित किया जा सकता है। यह ट्रेडमिल रोटेटिंग तकनीक पर आधारित है। इसमें बड़े ऑपरेशन, स्पाइनल, नेक इंजरी, ट्रामा के गंभीर मरीजों की लोडिंग-अनलोडिंग की जा सकेगी। ऐसे में रोगियों को झटके बिल्कुल नहीं लगेगा।
लागत 25 हजार
आइआइटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. नचिकेता तिवारी, एसजीपीजीआई के न्यूरो सर्जन डॉ. संजय बिहारी, शोधकर्ता आशीष मोहन दास ने मिलकर अत्याधुनिक स्ट्रेचर तैयार किया है। इसकी लागत 25 हजार रुपया है। यह अत्याधुनिक स्ट्रेचर रेट्रोफीट रहेगा। यानी इसे किसी भी बेड के साथ, स्ट्रेचर, एंबुलेंस के साथ जोड़ा जा सकता है। आइआइटी और एसजीपीजीआई के बाद एम्स के डॉक्टरों ने भी पेशेंट ट्रांसफर सिस्टम को अस्पतालों में स्वीकृति दे दी है।