लखनऊ। केजीएमयू में रेजीडेंट डॉक्टर द्वारा पिता का इलाज करा रही बेटी से छेड़छाड़ का मामला तूल पकड़ लिया है। इस मामले को लेकर शुक्रवार को की बैठक हुई। एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल भारत ने कहा कि आरोपित रेजीडेंट डॉक्टर ने 17 अगस्त 2019 को क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के जूनियर रेजिडेंट की पत्नी के साथ भी छेडख़ानी किया था।
नहीं हुई कार्रवाई
उस वक्त रेजिडेंट की पत्नी कमरे में आराम कर रही थी। अचानक वह कमरे में घुस आया था। पीडि़त रेजिडेंट डॉक्टर ने गौतम बुद्धा छात्रावास के अफसरों से शिकायत की थी। अधिकारियों ने मामले में संवेदनशीलता और सक्रियता दिखाने के बजाय तकनीकी कारण बताकर उसका शिकायत पत्र तक नहीं लिया था। पीडि़त से अफसरों ने दुव्र्यवहार कर भगा दिया।
इन्होंने यह कहा
नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन के सचिव (मध्य उत्तर प्रदेश) डॉ. भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आपराधिक मानसिकता और प्रवृत्ति के रेजिडेंट को रेडियोथेरेपी विभाग के डॉक्टरों की शह मिली है। यही वजह है कि वह बार-बार इस तरह की घटनाएं कर रहा है। उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यूथ ऑफ मेडिकोज के स्टेट कॉडिनेटर विवेक सोनी ने कहा कि ऐसे आपराधिक तत्वों के कारण न केवल विश्वविद्यालय बल्कि डॉक्टर संवर्ग की बदनामी हो रही है।
कड़ी कार्रवाई की मांग
डॉक्टरों के तीनों संगठनों ने प्रदेश सरकार, चिकित्सा शिक्षा मंत्री, केजीएमयू कुलपति एवं कुलानुशासक को पत्र भेजकर आरोपित रेजिडेंट पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उसे तुरन्त छात्रावास से निष्कासित किया जाने की मांग की है। रेडियोथेरेपी विभाग में आरोपित रेजिडेंट को शह देने वाले डॉक्टरों को चिन्हित कर उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
यह था मामला
केजीएमयू के शताब्दी-फेज टू के भूतल पर रेडिएशन आंकोलॉजी का विभाग है। यहां के वार्ड में कैंसर पीडि़तों को भर्ती कर इलाज किया जाता है। वार्ड में भर्ती मरीज के साथ उसकी देखरेख के लिए 16 वर्ष की बेटी ठहरी थी। तीमारदारों के मुताबिक, मंगलवार रात एक जूनियर डॉक्टर ने शराब के नशे में धुत था। उसने किशोरी को बैठे देखा तो दवा के बहाने अपने कमरे में बुला लिया। यहां गलत हरकत शुरू कर दी। किशोरी रेजीडेंट की नीयत देख वार्ड में चीखते हुए भागी। यहां भी रेजीडेंट डॉक्टर उसके पीछे-पीछे आ गया। उसने वार्ड में भी खुलेआम अभद्रता की। ऐसे में वार्ड में हंगामा खड़ा़ गया। नर्सिंग स्टाफ व गार्ड आ गए।