अम्बेडकरनगर। प्रदेश सरकार द्वारा जारी फार्मासिस्टों के ट्रांसफर सूची में बड़ा गोलमाल सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग के अपने ही विभागीय मंत्री के आदेशों का दरकिनार करते हुए भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित चल रहे फार्मासिस्ट का ही ट्रासंफर कर दिया। अम्बेडकरनगर में तैनाती के दौरान एनआरएचएम घोटाले में सीबीआई जांच का सामना कर चुके कर्मचारी के सामने स्वास्थ्य विभाग नतमस्तक हो गया है।
दो दिन बाद ही ट्रांसफर
मंत्री जिसे निलम्बन का फरमान सुना दण्डित किया था उसी का अधिकारियों ने दो दिन बाद ही ट्रांसफर कर दिया। आजमगढ़ जिले के अतरौलिया के महिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान पांच दिन पहले प्रदेश सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने वहां तैनात फार्मासिस्ट विनय प्रकाश त्रिपाठी को तत्काल निलम्बित करने का आदेश दिया था और इसकी जानकारी खुद मंत्री ने चार दिन पहले यह ट्वीट कर दिया था कि भ्रष्टाचार के मामले में बिनय प्रकाश को निलंबित कर दिया गया है लेकिन मंगलवार को जारी हुई तबादला सूची में उक्त भ्रष्टाचारी को अम्बेडकरनगर में ट्रांसफर किया गया दिखाया है। इस सम्बंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी अशोक कुमार का कहना है कि निलंबित अधिकारी का ट्रांसफर नहीं हो सकता है, अब यह कैसे हुआ ये लखनऊ से पता चल सकता है।